अब चालान कटते ही वाहन मालिक के मोबाइल पर आएगा मैसेज
जागरण संवाददाता, हिसार : ट्रैफिक पुलिस को करनाल से एनआइसी ई-चाला¨नग के तहत 15 पीओएस मशीनें मिली हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार : ट्रैफिक पुलिस को करनाल से एनआइसी ई-चाला¨नग के तहत 15 पीओएस मशीनें मिली हैं। कुछ पुलिस कर्मियों ने इन्हीं मशीनों से चालान काटकर भुगतान कराना शुरू कर दिया है। इन मशीनों से पुलिस कर्मियों द्वारा चालक का चालान करने पर तुरंत वाहन मालिक के मोबाइल फोन पर मैसेज जाएगा। इसके अलावा गाड़ी का नंबर फीड करते ही वाहन मालिक का नाम-पता स्क्रीन पर होगा इससे चोरीशुदा वाहनों पर फर्राटा भर रहे लोग पकड़े जाएंगे।
जानकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन ने राज्य में ट्रैफिक पुलिस को करीब 469 एनआइसी ई चाला¨नग पीओएस मशीनें मिली हैं। हिसार जिले के हिस्से में 15 मशीनें आई हैं। यहां के कुछ ट्रैफिक कर्मियों ने मशीनों का संचालन करने में दक्षता हासिल कर ली है और बाकी को ट्रेंड किया जा रहा है। धीरे-धीरे इनका प्रयोग बढ़ाकर कागजी प्रक्रिया से चालान काटने और भुगतवाने के सिस्टम को बंद किया जाएगा। यह प्रक्रिया कब तक बंद होगी, उसका समय अभी निर्धारित नहीं है। ट्रैफिक पुलिस की अलग-अलग टीमें ये मशीनें लेकर रोज सुबह सेक्टर-14 के ट्रैफिक थाना से निकलती हैं और शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर जाकर वाहनों के कागजात जांचने का अभियान चला चालान काटने व भुगतवाने का काम करती हैं। ये होगा फायदा
ट्रैफिक थाना प्रभारी मंदीप सांगवान ने बताया कि जिला पुलिस को 15 मशीनें मिली हैं। रोज औसतन 20 चालान किए जा रहे हैं। इससे चालान का सिस्टम पेपरलैस होगा। पुलिस व चालान भुगतने वाले का कम समय खराब होगा। डीएल और आरसी से चालक व गाड़ी का पूरा विवरण स्क्रीन पर होगा, चोरीशुदा वाहनों का खुलासा होगा। डीएल व आरसी न होने पर चालक पर 1000 रुपये जुर्माना होगा। इस मशीन से महज दो मिनट में ही चालान काटने की कार्रवाई पूरी हो जाएगी। इसके अलावा चालान काटने के बाद वाहन चालक को पैसे भरने के लिए धक्के नहीं खाने पड़ेंगे मौके पर ही चालान भरा जा सकेगा।