हरियाणा में अब गुरु जी पुरानी पुस्तकें दिलाने के लिए विद्यार्थियों से फोन पर करेंगे संपर्क
हरियाणा के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि अपने-अपने जिलों में छात्रों को जागरूक करने का प्रयास करें कि वे आपस में पुस्तकों का आदान-प्रदान करें। इसके लिए अध्यापक विद्यार्थियों से फोन पर संपर्क करेंगे।
सिरसा, जेएनएन। विद्यार्थियों को पुस्तकें आदान प्रदान करने के लिए स्कूलों में नहीं बुलाया जाएगा। इसके लिए स्कूलों के अध्यापक पुस्तकें आदान प्रदान करने के लिए फोन पर ही संपर्क करेंगे। कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के चलते सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित किया हुआ है। स्कूलों में अभी तक पाठ्यक्रम पुस्तकें नहीं पहुंची है।
शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि अपने-अपने जिलों में छात्रों को जागरूक करने का प्रयास करें कि वे आपस में पुस्तकों का आदान-प्रदान करें। इसके लिए अध्यापक और विद्यालय प्रबंधन समिति (एसएमसी) के सदस्य मिलकर कार्य करें।
कोविड को लेकर दिए निर्देश
शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम पुस्तकें आदान प्रदान करने के लिए स्कूलों में बुलाने की शिकायत मिली। लॉकडाउन को लेकर स्कूलों को बंद किया हुआ है। जिसको लेकर अब फोन पर ही अध्यापक विद्यार्थियों से संपर्क करेंगे। इसके बाद पुस्तकें आदान प्रदान के लिए सूचना देंगे। जिससे कोविड 19 को लेकर सावधानी बरती जा सके।
जून में शुरू होगा सत्र
शिक्षा का नया सत्र जून माह से शुरू हो जाएगा। स्कूलों में अभी तक विद्यार्थियों की पाठ्यक्रम पुस्तकें नहीं भेजी गई है। जबकि स्कूलों से विद्यार्थियों की जानकारी लेने के बाद विभाग के पास दिसंबर 2020 में डिमांड भेज दी गई। स्कूलों में फरवरी माह में पुस्तक भेजी जानी थी। स्कूलों में अभी तक पुस्तकें नहीं भेजे जाने से शिक्षा विभाग के अधिकारी भी असमंजस की स्थिति में हैं। गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा विभाग द्वारा ही पाठ्यक्रम पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाती है। शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद देरी से पुस्तकें पहुंचती थी। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होती थी। इसी को लेकर शिक्षा विभाग ने पिछले शिक्षा सत्र से पहले पुस्तकें भेजने का प्लान तैयार किया। जिसके लिए दिसंबर माह से ही पुस्तकों की डिमांड मांगी गई।
---पाठ्यक्रम पुस्तकों के आदान प्रदान के लिए किसी भी विद्यार्थी को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। अध्यापक विद्यार्थियों से फोन पर ही संपर्क करेंगे। इसी के साथ अध्यापक कोविड 19 से सावधानी रखने के लिए पुस्तकें आदान प्रदान करने वाले विद्यार्थियों को जागरूक करेंगे।
शशी सचदेवा, सहायक परियोजना अधिकारी, सिरसा