दिल्ली टीकरी बार्डर पर अब नहीं रहेगी गंदगी, साढ़े चार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का काम हुआ शुरू
दिल्ली की सीमा में हाइवे पर 500 मीटर तक जमा गंदगी अब जल्द ही दूर हो जाएगी। यह दिल्ली और हरियाणा का साझा प्रोजेक्ट है। टेंडर तो पहले ही हो चुके थे मगर पहलेे आंदोलन अड़चन बना रहा और बाद में प्रदूषण की वजह से काम नही हो सका।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : टीकरी बार्डर पर दिल्ली की सीमा में हाइवे पर 500 मीटर तक जमा गंदगी अब जल्द ही दूर हो जाएगी। साढे़ चार करोड़ से यहां पर नाला निर्माण शुरू हो चुका है। यह दिल्ली और हरियाणा का साझा प्रोजेक्ट है। टेंडर तो पहले ही हो चुके थे, मगर पहले आंदोलन अड़चन बना रहा और बाद में प्रदूषण की वजह से काम नही हो सका। अब निर्माण शुरू करने से पहले यहां पर आधा किलोमीटर तक सफाई की गई। बहादुरगढ़ का सिंचाई विभाग इस पर काम कर रहा था। पैसा दिल्ली सरकार की ओर से वहन किया जाएगा।
यह समस्या दिल्ली की सीमा में है, मगर इससे परेशान हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों का हर वह बाशिंदा है जो वाहन लेकर बहादुरगढ़ के रास्ते दिल्ली आता है। दिल्ली सीमा में प्रवेश करते ही मेट्रो स्टेशन से आगे नेशनल हाइवे-नौ पर गंदा पानी जमा रहता है। ऐसे में देश की राजधानी में हर आगंतुक का यह गंदगी ही स्वागत करती है। पिछले दिनाें यहां पर दिल्ली के पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से कंकरीट की सड़क तो बना दी गई, मगर गंदे पानी की निकासी का इंतजाम नहीं हो पाया।
यह है प्लानिंग :
दिल्ली की बार्डर पर बसी कालोनी और मार्केट से निकलने वाला यह गंदा पानी हाइवे पर जमा होता है। इसकी दिल्ली के अंदर ही निकासी के लिए कोई रास्ता नहीं था। ऐसे में दिल्ली पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से बहादुरगढ़ के रास्ते इसका समाधान खोजा गया। दिल्ली के अंदर टीकरी बार्डर मेट्रो स्टेशन से लेकर बहादुरगढ़ में सेक्टर-नौ मोड़ तक हाइवे के साथ-साथ नाले की प्लानिंग की गई। इस नाले के जरिये गंदे पानी की निकासी मुंगेशपुर ड्रेन में होनी है। नाले का निर्माण डिपोजिट वर्क के आधार पर बहादुरगढ़ सिंचाई विभाग ही करेगा। इसके लिए करीब साढ़े चार करोड़ का टेंडर जारी हुआ है। अब तक आंदोलन के कारण दिक्कत आ रही थी। अब अगर एनजीटी की स्वीकृति मिल जाए तो जल्द निर्माण शुरू हो सकता है।
यह होगा कार्य :
इस नाले की लंबाई करीब छह हजार फीट होगी। यह नाला दिल्ली-रोहतक रोड के एक तरफ से बनेगा। कुछ हिस्से में यहां पर नाला पहले से बना है। मगर वह ठप है। पुराने नाले का जो हिस्सा मेट्रो स्टेशन के आसपास दुरुस्त है, उसे जोड़ते हुए नया नाला बनेगा। इसकी गहराई तीन फीट से लेकर साढ़े छह फीट तक होगी।
----इस नाले पर करीब साढ़े चार करोड़ खर्च आएगा। यह पैसा दिल्ली की तरफ से जमा कराया गया है। टेंडर जारी हो चुके हैं। इसी सप्ताह में निर्माण शुरू कर दिया जाएगा
-देवेंद्र सिंह, एसडीओ, सिंचाई विभाग, बहादुरगढ़