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हिसार में एक माह में आए 9 लावारिस शव, फिर भी 55 लाख का एलपीजी शवदाह गृह नहीं हुआ शुरू

हिसार में 55 लाख रुपये की लागत से स्थापित एलपीजी शव दाहगृह सफेद हाथी साबित हो रहा है। इसे भ्रष्टाचार कहें अफसरों की लापरवाही या सुस्त कार्यप्रणाली सिस्टम ठप कर रखा है। कारण है कि निगम अफसर की कार्यप्रणाली से लगता है कि वे इसे चलवाना ही नहीं चाहते।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 11:47 AM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 11:47 AM (IST)
हिसार में एक माह में आए 9 लावारिस शव, फिर भी 55 लाख का एलपीजी शवदाह गृह नहीं हुआ शुरू
हिसार में एलपीजी शवदाह गृह लावारिस शव मिलने के बावजूद शुरू नहीं हो सका है

हिसार, जेएनएन। हिसार के ऋषि नगर में करीब 55 लाख रुपये की लागत से स्थापित एलपीजी शव दाहगृह सफेद हाथी साबित हो रहा है। इसे भ्रष्टाचार कहें, अफसरों की लापरवाही या सुस्त कार्यप्रणाली, सिस्टम ठप कर रखा है। कारण है कि निगम अफसर की कार्यप्रणाली से लगता है कि वे इसे चलवाना ही नहीं चाहते। पहले निगम प्रशासन का तर्क था कि कोई एलपीजी सिस्टम से शव का अंतिम संस्कार नहीं करना चाहता है लेकिन मई माह में ही 9 लावारिस शव आ चुके है लेकिन निगम ने एक भी शव का अंतिम संस्कार नहीं करवाया। यानि निगम अफसर केवल एलपीजी शव दाहगृह का एक साल का वारंटी पीरियड समाप्त होने के इंतजार में नजर आ रहे है। निगम अफसरों की अनदेखी व उदासीनता के चलते अब सरकारी की यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट केवल सफेद हाथी बनकर रह गया है।

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मई माह में आए 9 लावारिश शव

प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में से एलपीजी शव दाहगृह सिस्टम एक है। समय की मांग के चलते अंतिम संस्कार के लिए पेड़ न कटे। लकड़ी की बचत हो और प्रदूषण न फैले इस बात को ध्यान में रखते हुए करीब 55 लाख रुपये का एलपीजी सिस्टम लगाया गया था लेकिन यह केवल ट्रायल तक ही सिमट गया है। मई माह में ऋषि नगर श्मशानभूमि में अंतिम संस्कार के लिए आए 9 लावारिश शव लगता है निगम अफसरों को नजर नहीं आ रहे है। वे सिस्टम के दुरुस्त होने का दावा कर रहे है उसके बावजूद आज तक एक भी अंतिम संस्कार नहीं करवाया।

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सिस्टम की लगातार खुल रही पोल, कार्रवाई के नाम पर सब मौन

नवंबर 2020 में एलपीजी सिस्टम का मेयर, निगम कमिश्नर और इंजीनियरों की मौजूदगी में इसका ट्रायल हुआ। कंपनी का दावा था करीब 90 मिनट में शव का दाह संस्कार होता है पहला ही संस्कार करीब 115 मिनट में हुआ। गैस अतिरिक्त लगी। कोविड-19 में बर्नर नहीं मिलने के चलते कई माह सिस्टम ठप रहा। फिर ट्रायल हुआ तो सिस्टम में आग लग गई और शव बीच में ही निकाला और लकड़ी से अंतिम संस्कार किया। अब सिस्टम दुरुस्त करवाया है लेकिन उसमें अंतिम संस्कार नहीं करके उसे शो-पीस बनाकर रखा हुआ है। ऐसे में अब एलपीजी सिस्टम की जांच के लिए अग्रेसन कॉलोनी निवासी ने अनिल विज को सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत की है।

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मई 2021 में कब-कब श्मशानभूमि में आए लावारिश शव

तिथि -------------- कब कितने आए लावारिश शव

7 मई, 01

8 मई, 01

11 मई, 01

17 मई, 01

22 मई, 02

24 मई, 02

26 मई, 01

------कई बार निगम अफसरों को एलपीजी सिस्टम से अंतिम संस्कार के लिए कह चुके है अब कोई नहीं करे तो हम क्या करें। यह सिस्टम तो अब बंद ही रहता है।

- महावीर सैनी, प्रधान, ऋषि नगर श्मशानभूमि समिति, हिसार।


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