हिसार सिविल अस्पताल में गंभीर हालत में लाई गई नवजात बच्ची, सीएमओ बोली, बेड खाली नहीं
हिसार सिविल अस्पताल में सीएमओ कार्यालय के ड्राइवर के परिवार से एक नवजात बच्ची को गंभीर हालत में भी सिविल अस्पताल में उपचार उपलब्ध नहीं हो पाया।
हिसार, जेएनएन। हिसार सिविल अस्पताल में सीएमओ कार्यालय के ड्राइवर के परिवार से एक नवजात बच्ची को गंभीर हालत में भी सिविल अस्पताल में उपचार उपलब्ध नहीं हो पाया। सीएमओ व नीकू इंचार्ज को भी ड्राइवर ओमप्रकाश ने बेड उपलब्ध करवाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए। नवजात बच्ची को शहर के सेवक सभा अस्पताल में दाखिल कराया है।
मसुदपुर निवासी सीमा को रविवार की सुबह गांव डाटा के स्वास्थ्य केंद्र में डिलीवरी के लिए ले जाया गया। लेकिन वहां चिकित्सकों ने कहा कि डिलीवरी में अभी समय है तथा महिला को इंजेक्शन लगाकर वापस घर भेज दिया। दोपहर बाद महिला को फिर से दिक्कत हुई तो वापस स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। उस दौरान महिला की डिलीवरी हुई और उसने एक लड़की को जन्म दिया।
ड्राइवर ओमप्रकाश का आरोप है कि चिकित्सकों ने डिलीवरी के दौरान लापरवाही बरती, जिससे नवजात बच्ची की नाक में पानी चला गया। यह बात खुद वहां के स्टाफ ने उन्हें बताई। उस दौरान बच्ची कोई हरकत नहीं कर रही थी। करीब एक घंटे के बाद बच्ची रोई, लेकिन उसे तब भी सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और बुखार भी था। वहां चिकित्सकों ने कहा कि बच्ची को सिविल अस्पताल ले जाओ। ओमप्रकाश ने बताया कि यहां स्टाफ नर्स ने कहा कि यहां बेड खाली नहीं है, बच्ची को रोहतक मेडिकल ले जाओ। इसके बाद डाक्टर से बात की तो उन्होंने भी यहीं बात कही। सीएमओ डा. रत्नाभारती ने भी हाथ खड़े कर दिए।