हरियाणा में एक साल से नहीं बन रहे नए राशन कार्ड, न सदस्यों के नाम में हो रहा संशोधन, लोग परेशान
राशन कार्ड उपभोक्ता अपनी समस्याओं को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय में चक्कर लगाने को मजबूर हैं। अधिकारी उनकी सुनने के लिए तैयार नहीं। अधिकारियों के पास सीधा सा जवाब होता है विभागीय साइट बंद है। पोर्टल चालू नहीं हो रहा है।
सुरेश मेहरा भिवानी: अजब व्यवस्था है। राशन कार्ड कहने को जरूरी है पर पिछले एक साल से इनको बनाने की प्रक्रिया ठप है। राशन कार्ड उपभोक्ता अपनी समस्याओं को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय में चक्कर लगाने को मजबूर हैं। अधिकारी उनकी सुनने के लिए तैयार नहीं। अधिकारियों के पास सीधा सा जवाब होता है विभागीय साइट बंद है। पोर्टल चालू नहीं हो रहा है। जब यह चालू होगा तो ही राशन कार्ड नया बनाने या दूसरी औपचारिकताओं पर काम शुरू हो पाएगा। ऐसे में उपभोक्ता जाएं तो जाएं कहां।सब भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।
आप राशन कार्ड कटवा तो सकते हैं पर नया नहीं बनेगा :
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी कहते हैं कि पिछले साल फरवरी माह में ऑनलाइन राशन कार्ड बनाने का पोर्टल बंद हुआ था। इसके बाद से यह चालू नहीं हुआ है। सिर्फ एक ऑप्शन खुला है।उसके तहत आप राशन कार्ड कटवा तो सकते हैं पर ना तो नया बनेगा ना ही इसमें परिवार के किसी सदस्य का नया नाम जोड़ा जा सकेगा।
कार्यालय में दर्जनों उपभोक्ता अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय में हर रोज दर्जनों उपभोक्ता अपनी शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं। यहां काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी भी चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उनको तो बस इंतजार है किसी तरह राशन कार्ड धारकों की शिकायतों को दूर करने के लिए पोर्टल फिर से चालू हो जाए ताकि वे उपभोक्ताओं की समस्याओं का निराकरण कर सकें। अधिकारियों का कहना है कि वह विभागीय आला अधिकारियों को कई बार पत्र व्यवहार कर चुके हैं लेकिन उनका जवाब एक ही होता है कि यह सरकार के स्तर की समस्या है। सरकारी समस्या का स्थाई समाधान कर सकती है। अब भगवान जानें कब सरकार राशन कार्ड धारकों की सुध लेगी।