हिसार के नरेंद्र कुमार ने सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को किया फतह, जानें संघर्ष की कहानी
नरेंद्र कुमार ने 12 अप्रैल 2022 को एवरेस्ट फतह करने के अभियान का आगाज किया था। उन्होंने नेपाल के काठमांडू एवरेस्ट बेस में पहुंचे यहां कुछ दिन मौसम का इंतजार किया। 12 मई को एवरेस्ट बेस कैंप से निकले और 15 मई तक ऊपर चढ़ते रहे।
हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार के नरेंद्र कुमार ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया है। सबसे ऊंची चोटी 8516 मीटर माउंट ल्होत्से नेपाल काठमांडू पर भारत देश का तिरंगा झंडा लहरा कर भारत देश का नाम रोशन किया। इससे पहले गांव मिंगनी खेडा निवासी नरेंद्र कुमार कई अन्य चोटियों पर भी फतह हासिल कर चुके है। हरियाणा के हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा निवासी नरेंद्र कुमार माउंट किली मंजारो अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर 5 दिन में दो बार चढाई करके रिकार्ड बना चुके है।
12 अप्रैल को अभियान का आगाज और 16 मई को फतह
नरेंद्र कुमार ने 12 अप्रैल 2022 को एवरेस्ट फतह करने के अभियान का आगाज किया था। उन्होंने नेपाल के काठमांडू एवरेस्ट बेस में पहुंचे यहां कुछ दिन मौसम का इंतजार किया। 12 मई को एवरेस्ट बेस कैंप से निकले और 15 मई तक ऊपर चढ़ते रहे। नरेंद्र मिंगनी खेडा ने बताया कि जाते समय मौसम बहुत खराब था। ऊपर टेंपरेचर माइनस 40 डिग्री था और वे आक्सीजन सिलेंडर की सहायता से जा रहे थे। इस अभियान में नरेंद्र को रास्ते में मौसम खराब होने की वजह से संघर्ष करना पड़ा। इस स्थिति में भी हिम्मत नहीं हारी और 16 मई को सुबह 5 बजे पहुंच कर देश का तिरंगा झंडा लहरा कर एक नया रिकार्ड बनाया और हरियाणा का नाम रोशन किया।
अफ्रीका की चोटी भी कर चुका है फतह
नरेंद्र कुमार ने बताया कि माउंट किलिमंजारो जोकि अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी है। वहां पर 5 दिन में दो बार चढ़ाई कर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया। माउंट ल्होत्से जो कि विश्व की 4 ऊंची चोटियों में से एक है। यहां तक पहुंचना काफी जोखिम भरा और चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि यह माउंट एवरेस्ट से भी टफ है। इस पर चढ़ते समय काफी कठिनाइयों का सामना करना पडता है। माउंट बीसी राय, माउंट फ्रेंडशिप माउंट युनाम चोटिया पर भी जा चुका है। नरेंद्र कुमार ने अपना बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स अटल बिहारी इंस्टिट्यूट मरौली से किया। एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स हिमालयन माउंटेन एंड इंस्टिट्यूट डार्जिलिंग से किया है। प्रशिक्षण प्राप्त कर माउंट एवरेस्ट फतह किया।
नरेंद्र का परिचय
नरेंद्र कुमार हिसार जिले के गांव मिंगनी खेड़ा के निवासी है। उनके पिता सुभाष चंद्र एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट से ईटीओ के पद से रिटायर अधिकारी है। माता बंसती देवी गृहिणी है। नरेंद्र ने कहा कि मैं अपने पिता से प्रेरित होकर पर्वतारोही क्षेत्र में जाने का निर्णय लिया और परिवार की हौंसला अफजाई से कामयाबी हासिल की।