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हिसार में सड़कों के साथ लगे पेड़ों के एक मीटर दायरे से निगम इंजीनियर हटवाएंगे पेवर ब्लाक

नगर निगम प्रशासन ने आखिरकार पेड़ों के बारे में भी सोचा है। विकास के नाम पर करोड़ों रुपये फुटपाथ पक्का करने पर खर्च कर पेड़ों की सांसें रोकने में अहम रोल अदा करने वाले नगर निगम प्रशासन ने पेड़ों को कंकरीट से मुक्त करने के संबंध में कदम बढ़ाया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 04:42 PM (IST)Updated: Mon, 19 Jul 2021 04:42 PM (IST)
हिसार में सड़कों के साथ लगे पेड़ों के एक मीटर दायरे से निगम इंजीनियर हटवाएंगे पेवर ब्लाक
सड़क निर्माण के उपरांत सड़क के साथ इंटरलॉकिंग टाइल लगा दी जाती है, पेड़ खराब हो जाते हैं

जागरण संवाददाता, हिसार : देर से ही सही पर नगर निगम प्रशासन ने आखिरकार पेड़ों के बारे में भी सोचा है। विकास के नाम पर करोड़ों रुपये फुटपाथ पक्का करने पर खर्च कर पेड़ों की सांसें रोकने में अहम रोल अदा करने वाले नगर निगम प्रशासन ने अब शहर के पेड़ों को कंकरीट से मुक्त करने के संबंध में कदम बढ़ाया है। इस कड़ी में नगर निगम कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग ने सोमवार को निगम इंजीनियरों को आदेश दिए है कि सड़कों के किनारे बने फुटपाथों पर लगे पेड़ों के एक मीटर दायरे के पेवर ब्लाक इंजीनियरिंग शाखा के माध्यम से हटाए लाए। साथ ही तीन दिन के अंदर पेवर ब्लाक हटाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

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बता दें कि नगर निगम के इंजीनियरों ने शहर में विकास के नाम पर कई पेड़ों को बढ़े स्तर पर नुकसान पहुंचाया। एडवोकेट जितेंद्र आर्य की एक आरटीआई में जानकारी सामने आई थी कि 1 अप्रैल 2017 से 9 मई 2019 तक 764 दिनों में 2,27,71,000 रूपये निगम ने फुटपाथ पक्का करने पर खर्च कर दिए। इस दौरान कई पेड़ों की विकास के नाम पर अनदेखी की गई। जितेंद्र आर्य के अनुसार कई पेड़ कंक्रीट के कारण खोखले व कमजोर हो गए। हरियाली बचाने के लिए प्रयास किए तो निगम ने इस ओर कदम बढ़ाया।

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निगम प्रशासन ने अब यह लिया फैसला

निगमायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि आमतौर पर सड़क निर्माण के उपरांत सड़क के साथ इंटरलॉकिंग टाइल लगा दी जाती है। इस दौरान पेड़ों की जड़ों को पूरी तरह से इंटरलॉकिंग टाइलों से कवर कर दिया जाता है। जिससे पेड़ों को पानी आदि मिल पाता है और उसका विकास रूक जाता है। कई पेड़ इस कारण पूरी तरह से सूख जाते है। ऐसा पेड़ों के साथ न हो। इसलिए सभी पेड़ों के साथ-साथ पेवर ब्लॉक हटाने के इंजीनियरिंग ब्रांच को आदेश दिये गए है। सभी अधिकारियों को आदेश दिये है कि भविष्य में ऐसा न हो, सुनिश्चित करें। इंजीनियरों को आदेश दिए है कि वे सड़कों के किनारे बने फुटपाथों पर लगे पेड़ों के एक मीटर दायरे के पेवर ब्लॉक इंजीनियरिंग शाखा को हटाने की कार्रवाइ करें। तीन दिनों के अंदर अंदर पेवर ब्लॉक हटाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

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ये भी जानें

मिशन ग्रीन फाउंडेशन के संस्थापक स्वामी सहजानंद नाथ पेड़ों को बचाने के लिए साल 2018 में एक अलख जगाइ थी। साल 2018 में हिसार में एक सर्वे किया और करीब 1400 ऐसे पेड़ चिन्हित किए जो कंक्रीट के कारण कमजोर हो रहे है। इन्हें बचाने के लिए प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। जिसके कारण कई पेड़ों की तो सांसे ही उखड़ गई।

-----सड़कों के किनारे बने फुटपाथों पर लगे पेड़ों के एक मीटर दायरे के पेवर ब्लॉक हटाए जाएंगे। इंजीनियरों को आदेश दिए है कि तीन दिनों के अंदर अंदर पेवर ब्लॉक हटाकर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

- अशोक कुमार गर्ग, कमिश्नर, नगर निगम हिसार।


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