मुस्लिमों ने तिरंगा ले हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगा निकाली शोभा यात्रा, हिंदुओं ने किया स्वागत
मुस्लिम धर्म के आखिरी संस्थापक नबी के जन्म दिन पर त्रिवेणी इलाके में निकली शोभा यात्रा बच्चों युवाओं के हाथों में दिखा तिरंगा। कबीर चौक पर मालवा प्रांतीय ब्राह्मण सभा ने दी बधाई
डबवाली (सिरसा) [डीडी गोयल] अयोध्या मामले में राम मंदिर बनाने को लेकर आए फैसले का सभी ने स्वागत किया है। देशभर में सोहार्द और शांति बने रहने की खबरें सामने आ रही है। हिंदु और मुस्लिमों में भी अपवाद को छोड़ दें तो कोई मतभेद सामने नहीं आया है। हरियाणा के सिरसा में भी ऐसा ही सामने आया है। रविवार को यहां मुस्लिम समाज ने पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्म दिन मनाया। इस्लाम धर्म के आखिरी नबी के जन्म दिन पर मुस्लिम समाज ने देशभक्ति का रंग तीन राज्यों की त्रिवेणी कहे जाने वाले डबवाली इलाके की फिजा में घोल दिया।
हमारा प्यारा हिंदुस्तान जिंदाबाद..., हमारा हिंदुस्तान जिंदाबाद....के नारे लगाते हुए मुसलमानों ने शहर में शोभा यात्रा निकाली। सबसे आगे दो युवक तिरंगा ऊंचा करके बढ़ रहे थे। जामा मस्जिद के इमाम शफीक हिंदुस्तान जिंदाबाद..के नारे लगा रहे थे, उनके पीछे-पीछे सैंकड़ों लोग नारा दोहरा रहे थे। खुली जीप पर सवार कुछ बच्चे हाथों में तिरंगा उठाकर बार-बार लहरा रहे थे।
पूरी तरह से देशभक्ति से सराबोर बच्चों को देखकर दुकानदारों से रहा नहीं गया, कुछ दुकानदार बच्चों को सेल्यूट करने से नहीं नहीं चूके। यात्रा डबवाली से सटे जिला बठिंडा के नरसिंह कॉलोनी गांव में स्थित जामा मस्जिद से शुरु हुई थी। मालवा बाइपास, पंजाब बस अड्डा, सब्जी मंडी, मुख्य बाजार, रामलीला मैदान, नई अनाज मंडी, चौटाला हाईवे, गोल चौक, जीटी रोड से होते हुए वापिस मस्जिद पहुंची। इस मौके पर मोहम्मद आलम, मोहम्मद आरिफ, लाला खान, उमर खान, काकू खान, मोहम्मद कासिम, आमद, इरफान मौजूद थे।
ब्राह्मण सभा ने स्वागत कर दिया धार्मिक एकता का परिचय
डबवाली के कबीर चौक में धार्मिक एकता की मिसाल देखने को मिली। यहां मुस्लिम पैगंबर के जन्म दिन पर निकाली जा रही शोभा यात्रा का स्वागत मालवा प्रांतीय ब्राह्मण सभा सदस्य तथा भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष विजयंत शर्मा, प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन सिरसा के जिलाध्यक्ष पंकज सिड़ाना ने किया। दोनों ने मुस्लिम समाज के लोगों को गले लगाकर नबी के जन्म दिन की बधाई दी। साथ ही शोभा यात्रा में शामिल लोगों को फल वितरित किए।