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सलवार-सूट पहनने की देते थे नसीहत, पहले बनी यूनिवर्स ऑस्ट्रेलिया, अब मिसेज यूनिवर्स की दौड़ में

हिसार के गांव गगन खेड़ी की पूनम जाखड़ हाल में ही मिसेज यूनिवर्स आस्ट्रेलिया चुनी गई। वह अब मिसेज यूनिवर्स की दौड़ में शामिल हो चुकी हैं।

By manoj kumarEdited By: Published: Thu, 25 Oct 2018 04:17 PM (IST)Updated: Thu, 25 Oct 2018 04:26 PM (IST)
सलवार-सूट पहनने की देते थे नसीहत, पहले बनी यूनिवर्स ऑस्ट्रेलिया, अब मिसेज यूनिवर्स की दौड़ में
सलवार-सूट पहनने की देते थे नसीहत, पहले बनी यूनिवर्स ऑस्ट्रेलिया, अब मिसेज यूनिवर्स की दौड़ में

जेएनएन, हिसार। बेटियां उडऩा चाहें तो उनको पंखों को कोई काट नहीं सकता। लाख बंदिशों के बावजूद वो अपना मुकाम पा ही लेती हैं। एक ऐसा ही उदाहरण पेश करने वाली हिसार के गांव गगन खेड़ी की पूनम जाखड़ हैं। जो हाल में ही मिसेज यूनिवर्स आस्ट्रेलिया चुनी गई तो वहीं अब मिसेज यूनिवर्स की दौड़ में शामिल हो चुकी हैं।

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मगर ये सफर इतना आसान न था, गुरुवार को अपने पतृक गांव गगन खेड़ी पहुंची पूनम ने अनुभव साझा हुए दैनिक जागरण संवाददाता मनप्रीत सिंह को बताया कि किस तरह से वो गांव से आस्ट्रेलिया तक पहुंची।

लोग देते थे सूट सलवार पहनने की नसीहत

पूनम ने बताया कि उन्होंने अपनी बारहवीं कक्षा तक  की शिक्षा हांसी में ही ग्रहण की। तभी से उन्हें आधुनिकता भरे माहौल में रहने का शौक था और वो करीब दस पहले जींस टॉप पहनती थी। यह सब देख लोग कहते थे कि छोरी सूट-सलवार पहर लिया कर, इन जीसं-पींस में कुछ न धैरा। मगर मैनें हमेशा मेरे दिल की सुनी और आज तक वहीं करती आ रही हूं और जिंदगी को अपने ढंग से ही जीया।

अमेरिका की हावर्ड यूनिवर्सिटी से हैं ग्रजुएट

पूनम ने बताया 12वीं की पढ़ाई कंपलीट करने के बाद ख्याल आया कि विदेश में पढ़ाई की जाए। इसके बाद अमेरिका वांशिगटन की हावर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन भी हो गया, जहां उन्होंने ग्रजुएशन की। इसके बाद उन्होंने शादी कर ली, मेरी एक बेटी भी है जो तीन साल की है, इसके बाद मुझे ख्याल आया कि उसे मिसेज यूनिवर्स आस्ट्रेलिया में भाग लेना चाहिए और मैं जीत भी गई।

मी-टू कैंपेन का बताया सही

पूनम ने कहा वो अभी हाउस वाइफ हैं और आस्ट्रेलिया में महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली एक एनजीओ के साथ जुड़कर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा आस्ट्रेलिया में भी महिलाओं पर अत्याचार होता है, मगर वो तुंरत प्रभाव से रिएक्ट करती हैं। भारत में ऐसा नहीं और ग्रामीण क्षेत्र में घरेलू हिंसा बहुत ज्यादा है। पूनम ने कहा मीटू कैंपेन एक सही कदम है इससे शोषित हुए महिलाएं खुलकर सामने आ रही हैं।

मिसेज यूनिवर्स की दौड़ में हो चुकी हैं शामिल

पूनम ने बताया कि वो हाल में ही मिसेज यूनिवर्स आस्ट्रेलिया बनी थीं और इस ताज के साथ-साथ बेस्ट इन नेश्नल कास्टयूम और बेस्ट इन स्पोर्टस वियर के टाइटल से भी नवाजा गया था। इसके बाद उन्होंने मिसेज यूनिवर्स में भी आवेदन कर दिया। इसके शुरुआती चरण में क्वालीफाई करते हुए वो अब इस दौड़ में शामिल हो चुकी हैं विश्वास है कि कामयाबी जरुर मिलेगी। अब मैं फिलिपिंस में दिसंबर 2018 में आयोजित होनी वाली मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में आस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करूंगी।


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