इंसाननियत फिर हुई शर्मसार, नवजात बच्चे को गड्ढे में फेंककर मां-बाप हुए फरार
रोहतक में एक मां-बाप इंसानियत की सारी हदें पार कर अपने नवजात बच्चे को गड्ढे में फेंककर फरार हो गए। जब बच्चे के रोने की आवाज आई तो सुरक्षा कर्मियों ने बच्चे को न्यूनोटोलॉजी विभाग के वार्ड में भर्ती कराया।
रोहतक, जेएनएन। इंसाननियत को समाज अपने पैरों तले रौंदता जा रहा है। एक के बाद एक ऐसे ही किस्से सामने आ रहे हैं। रोहतक में भी शर्मसार करने वाला एक और मामला सामने आया है। पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) में एक मां-बाप इंसानियत की सारी हदें पार कर अपने नवजात बच्चे को गड्ढ़े में फेंककर फरार हो गए। जब बच्चे के रोने की आवाज आई तो सुरक्षा कर्मियों ने बच्चे को न्यूनोटोलॉजी विभाग के वार्ड में भर्ती कराया।
करीब पांच बजे पीजीआइएमएस के सेंट्रल स्टोर के पास स्थित बूस्टर प्लांट के पास एक नवजात बच्चे के रोने की आवाज आई। सुरक्षा कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पास ही एक गड्ढे में नवजात बच्चा पड़ा था। बच्चे के हाथ में कैनुला समेत अन्य मेडिकल उपकरण लगे हुए थे। जिस पर बेबी ऑफ सोनी लिखा हुआ था। मामले की सूचना अधिकारियों को दी गई और बच्चे को तुरंत न्यूनोटोलॉजी विभाग में भर्ती किया गया।
जांच करने पर पता चला कि हिसार के एक गांव की महिला का शनिवार को ही प्रसव हुआ था। प्रसव के बाद वह अस्पताल से गायब है। माना जा रहा है कि उक्त महिला ही बच्चे को फेंककर फरार हुई है। फिलहाल पीजीआइ के अधिकारी मामले की जांच में जुटे हुए हैं। हेल्थ यूनिवर्सिटी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी मेजर नीरज शर्मा ने बताया कि मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है। पुलिस जांच कर रही है। मगर महिला ने पता सही दिया था या वो भी गलत था इसे लेकर संशय बना हुआ है। बच्चे की तबीयत अभी ठीक बताई जा रही है।
---बच्चे को न्यूनोटोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया है। फिलहाल बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। इसके परिजनों का पता लगाया जा रहा है। साथ ही पुलिस को शिकायत दी गई है।
-डा. गजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, हेल्थ विवि