हिसार के मोनू ने टाक्टे चक्रवात में 7 मछुवारों की बचाई थी जान, गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति ने किया सम्मानित
हिसार के मोनू को गणतंत्र दिवस पर देश के राष्ट्रपति द्वारा उत्तम जीवन रक्षा पदक से नवाजा गया। हिसार के गांंव बगला निवासी माेनू को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित करने पर गांव बगला सहित पूरे जिले में उत्साह का माहौल है।
सुनील सेन,अग्रोहा : भारतीय तटरक्षक में बतौर गोताखोर कार्यरत हिसार के मोनू को गणतंत्र दिवस पर देश के राष्ट्रपति द्वारा उत्तम जीवन रक्षा पदक से नवाजा गया। हिसार के गांंव बगला निवासी माेनू को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित करने पर गांव बगला सहित पूरे जिले में उत्साह का माहौल है। जानकारी देते हुए मोनू ने बताया कि पिछले वर्ष गुजरात के वेरावल में बतौर गौताखोर तैनात था वेरावल में आए ताउते चक्रवात के दौरात 7 मछुवारे समुंद्र में फंस गए थे। उसने अपनी जान की की परवाह किए बिना अपनी पूरी ताकत से सभी मछुवारों को ताउते में फंसे सभी मछुवारों को सकुशल समुंद्र से बाहर निकाल कर उनके जीवन को बचाया। विभाग द्वारा उनके कार्य की सराहना करते हुए उनके नाम को राष्ट्रपति के पास सम्मानित करने के लिए भेजा। जिस पर राष्ट्रपति द्वारा 26 जनवरी को उत्तम जीवन रक्षा पदक व नगदी डेढ़ लाख रूपए के साथ उसे सम्मानित किया गया।
गांव में पढ़ाई कर पाई मंजिल
तटरक्षक मोनू ने बताया कि उसने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव बगला के सरकारी स्कूल से की इसके पश्चात आदमपुर से 12वीं नॉन मेडिकल से की और 14 अगस्त 2013 को भारतीय तटरक्षक के संचार विभाग में भर्ती हो गया। इसके पश्चात उसने अपना प्रशिक्षण ओडिसा स्थित चिल्का लेक व केरल के कोच्चि में पूरी ट्रैनिंग चिल्का (ओडिशा) और कोच्चि (केरल) में पूरा किया। सन 2018 में विशेष तैराक का कोर्स पूरा किया सबसे पहले वह चेन्नई,उसके बाद अंडेमान निकोबार और वर्तमान में गुजरात के वेरावल में कार्यरत है।
मां गृहणी तो पिता करते हैं किसानी
मोनू ने बताया कि उसके पिता राजकुमार गांव बगला में ही खेती बाड़ी किसानी का काम करते हैं जबकि उसकी मां गृहणी है उसके दो छोटे भाई भी है जो राष्ट्रसेवा के लिए सेना में भर्ती होने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। माेनू ने बताया कि वह शादीशुदा है और उसकाे तीन साल का बेटा है।