चलता-फिरता अस्पताल बनेंगी पिक बसें, गांव-गांव जाकर करेंगी ग्रामीणों का उपचार
जागरण संवाददाता हिसार राज्य परिवहन विभाग के आदेश पर हिसार डिपो में पांच पिक बसों क
जागरण संवाददाता, हिसार : राज्य परिवहन विभाग के आदेश पर हिसार डिपो में पांच पिक बसों को चलता-फिरता अस्पताल बनाया जाएगा। गांव-गांव जाकर यह बसें कोविड-19 के मरीजों का उपचार करेंगी। इन बसों को बेटियों के सुरक्षित सफर के लिए चलाया गया था। हिसार को करीब नौ पिक बसें 2020 में मिली थीं। अब इनमें से पांच बसों को कोविड मरीजों के उपचार के लिए तैयार किया गया है। 33 सीटर वाली इन बसों में मरीजों के लिए चार बेड लगाए जा रहे हैं और चार सीटें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए लगाई गई हैं। दो सीटें आगे रहेंगी और दो पीछे। इसके अलावा हर सीट के हिसाब से ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। इन बसों का इस्तेमाल ग्रामीण इलाके जहां पीएचसी और सीएचसी नहीं है और जहां कोरोना संक्रमितों का उपचार करने करने की कोई व्यवस्था नहीं है उनका भी इन बसों में उपचार हो पाएगा। इसके अलावा प्रशासन अपनी जरूरत के हिसाब से भी इन बसों का इस्तेमाल कर पाएगा।
राजस्थान जाने वाले रूट बंद
वहीं, राजस्थान में पूर्णतया लॉकडाउन लगने से हरियाणा से राजस्थान जाने वाली सेवा को बंद कर दिया है। इसके अलावा चंडीगढ़ के लिए मात्र दो बसें ही हिसार से चल रही हैं। दिल्ली के लिए भी एक से दो बसें ही जा रही हैं। इन बसों को भी सवारियों के अनुरूप ही चलाया जा रहा है। कोरोना के नए नियमों के तहत रोडवेज बसों को 50 फीसद सवारी की क्षमता के हिसाब से चलाया जा रहा है। बसों को चलाने से पहले सैनिटाइज करना और यात्रियों का तापमान और यात्रा करने वाले का मोबाइल नंबर लेना जरूरी है।
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मुख्यालय के आदेश पर हमने पिक बसों को कोरोना संक्रमितों का इलाज करने के लिए तैयार किया है। अभी हमने चार बस तैयार कर ली है। एक बस को बुधवार तक तैयार कर लेंगे।
- सुखदेव सिंह, यातायात प्रबंधक, हिसार डिपो