यहां दुष्कर्म पीडि़ता नाबालिग बनी मां, ममता के आंचल से महरूम रहेगा नवजात
दुष्कर्म के बाद गर्भवती होने के बाद मां बनने वाली नाबालिग पीडि़ता और उसके परिजनों ने बच्चे को रखने से इंकार कर दिया है। बच्चा सीडब्ल्यूसी (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) को सौंप दिया गया है
रोहतक, जेएनएन। दुष्कर्म के बाद गर्भवती होने के बाद मां बनने वाली नाबालिग पीडि़ता को कई दिनों बाद पीजीआइ से छुट्टी मिल गई है। पीडि़ता और उसके परिजनों ने बच्चे को रखने से इंकार कर दिया है, जिसके बाद बच्चा सीडब्ल्यूसी (चाइल्ड वेलफेयर कमेटी) को सौंप दिया गया है। अब सीडब्ल्यूसी बच्चे की देखरेख करेगी और फिर बच्चे को स्टेट रिसोर्स एडोप्शन एजेंसी के पास भेजा जाएगा।
बता दें, कि शहर की एक कालोनी में रहने वाली नाबालिग लड़की के साथ पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया था। कुछ दिन पहले हालत बिगडऩे पर परिजनों को उसके गर्भवती होने का पता चला। इसके बाद पीडि़ता को पीजीआइ में भर्ती कराया गया, जहां पर उसने पिछले सप्ताह एक बच्चे को जन्म दिया था।
पीडि़ता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। पीडि़ता का उपचार तभी से पीजीआइ में चल रहा था। बच्चे के जन्म के बाद पीडि़ता और उसके परिजनों ने बच्चा रखने से इंकार कर दिया था।
उनका तर्क था कि बिना शादी के समाज में इस तरह बच्चा नहीं रख सकते। फिर भी पुलिस और सीडब्ल्यूसी के सदस्य इंतजार में थे कि शायद वह बच्चा रखने के लिए हामी भर दें। बृहस्पतिवार को पीडि़ता को छुट्टी मिल गई। पीडि़ता की काउंसिलिंग की गई, लेकिन उसने बच्चा रखने से मना कर दिया।
इसके बाद बच्चे को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया है। कुछ दिन बच्चा सीडब्ल्यूसी के पास रहेगा और फिर स्टेट रिसोर्स एडोप्शन एजेंसी में भेज दिया जाएगा। महिला थाने की एएसआई विमला ने बताया कि बच्चा सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया है।