चरखी दादरी में स्कार्पियो सवार युवकों ने नाबालिग छात्र का किया अपहरण, तीन किलोमीटर दूर मिला बेहोश
हिसार के चरखी दादरी में एक नाबालिग छात्र गांव से अपने घर जा रहा था। तभी स्कार्पियो सवार युवकों ने उसका अपहरण कर लिया। जब बच्चे की तलाश की गई तो बच्चा तीन किलोमीटर दूर बणी में बेहोशी की हालत में पड़ा मिला।
संवाद सहयोगी, बाढड़ा(चरखी दादरी)। चरखी दादरी में अपहरण का एक मामला सामने आया है। बाढड़ा उपमंडल के गांव जेवली निवासी एक व्यक्ति ने स्कार्पियाे सवार लोगों पर उसके नाबालिग बेटे के अपहरण करने का आरोप लगाया है। अपह्रत किशोर गांव जेवली से करीब तीन किलोमीटर दूर गांव चांदवास की बणी में बेहोशी की हालत में मिला है। किशोर को उपचार के लिए दादरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। नाबालिग किशोर के पिता के बयान के आधार पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बाढड़ा उपमंडल के गांव जेवली निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि वीरवार दोपहर के समय उसका करीब 13 वर्षीय बेटा गांव में घर पर जा रहा था। उसके कुछ दूर पीछे ही वह बाइक लेकर बाढड़ा जा रहा था।
स्कार्पियो सवार युवकों ने किया अपहरण
जब उसका बेटा स्कूल के पास सड़क पर पहुंचा तो उसी दौरान बाढड़ा की तरफ से एक स्कार्पियो कार आई। स्कार्पियो कार में से दो युवक उतरे और उसके बेटे को कार में डालकर गांव चांदवास की तरफ फरार हो गए। जिस पर उसने भी कार का पीछा करना शुरू कर दिया। लेकिन कुछ देर बाद ही कार उससे काफी आगे निकल गई। व्यक्ति ने यह भी बताया कि कार पर पीछे नंबर प्लेट भी नहीं लगी हुई थी। शिकायतकर्ता के अनुसार जब वह कार का पीछा करता हुआ गांव चांदवास की बणी में पहुंचा तो उसका बेटा वहां बेहोशी की हालत में था। जिसके बाद वह अपने बेटे को उपचार के लिए दादरी के सरकारी अस्पताल में लेकर आया। यहां पर चिकित्सकों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया। लेकिन वे उसे दादरी के ही एक निजी अस्पताल में ले गए। घटना की जानकारी पाकर बाढड़ा थाना पुलिस भी अस्पताल में पहुंची तथा जांच शुरू की।
पांच लोगों पर जताया शक
गांव जेवली निवासी शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिए बयान में ये भी बताया कि वह कुछ समय पहले धारूहेड़ा स्थित एक कंपनी में प्राइवेट नौकरी करता था। वहां पर उसने कंपनी में हुए कथित घोटाले के बारे में कंपनी के अधिकारियों को सूचित कर दिया था। जिस पर कंपनी द्वारा कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाकर उसे गवाह बनाया गया था। उसके बाद वह गांव आकर खेतीबाड़ी करने लगा था। उसने बयान में शक जाहिर करते हुए कहा कि कथित घोटाले के बारे में बताने तथा मामले में गवाह बनने की रंजिश के चलते ही उसके बेटे का अपहरण किया गया है। बाढड़ा थाना पुलिस ने बयान के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 365, 34 व जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा 75 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।