हरियाणा के कलाकारों को ब्लैक लिस्ट करने के मामले ने पकड़ा तूल, सीएम विंडो पर शिकायत
हरियाणा के 24 कलाकारों के खिलाफ हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन की ओर से एक पत्र जारी किया गया। दावा किया जा रहा है कि पत्र में लिखा गया कि सरकार के खिलाफ काम करने पर इन कलाकारों को ब्लैक लिस्ट किया जाए।
रोहतक, जागरण संवाददाता। हरियाणा के 24 कलाकारों को ब्लैक लिस्ट करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर कुरुक्षेत्र के पूर्व उप-निदेशक एवं प्रभारी विश्वदीपक त्रिखा ने प्रदेश के 24 कलाकारों के खिलाफ हरियाणा कला परिषद की कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने कहा कि किसी कलाकार को ब्लैक लिस्ट करना न्याय संगत नहीं है। यह कदम कलाकारों का मनोबल गिराएगा। कला परिषद के निदेशक की कार्रवाई से सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है। रंगकर्मी त्रिखा ने कहा कि अधिकािरियों से इस कार्रवाई के तहत जारी पत्र के बारे में जानकारी मांगने पर इस तरह के पत्रचार की बात ही नकारी जा रही है। ऐसी बात है तो इसकी जांच की जानी चाहिए। इस मामले में सीएम विंडो पर भी शिकायत की है। त्रिखा ने कहा कि यदि इस मामले में जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास भी जाएंगे।
हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन की जांच करने की मांग
बता दें कि प्रदेश के 24 कलाकारों के खिलाफ हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय भसीन की ओर से एक पत्र जारी किया गया। दावा किया जा रहा है कि पत्र में लिखा गया कि सरकार के खिलाफ काम करने पर इन कलाकारों को ब्लैक लिस्ट किया जाए। त्रिखा ने कहा कि निदेशक संजय भसीन ने व्यक्तिगत खुन्नस निकालने के लिए प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री मनोहरलाल की छवि को भी नुकसान पहुंचाया है। यह पूरे देश में इस तरह की पहली कार्रवई है। यह कलाकार भेदभाव का विरोध कर रहे थ। इनमें से कई कलाकारों को खुद मुख्यमंत्री ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
निदेशक ने 24 कलाकारों के नाम सहित एक सूची बनाकर पटियाला और इलाहाबाद जोनल कल्चरल सेंटर्स को भेजी। सूची में साफ लिखा गया कि सरकार के खिलाफ काम करने पर इन कलाकारों को ब्लैक लिस्ट किया गया है। इन्हें कोई काम न दिया जाए। वहीं, मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र फौगाट व विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी डी सुरेश का कहना है कि इस तरह का पत्र जारी ही नहीं हुआ है। ऐसे में इस मामले में बड़ी जांच होनी चाहिए। जबकि पत्र पर निदेशक संजय भसीन के हस्ताक्षर भी हैं।