फतेहाबाद में प्रसूता, तीन डॉक्टर और मरीज की रिपोर्ट आई नेगेटिव, 13 सैंपल का इंतजार
फतेहाबाद में दो डॉक्टरों तीन नर्स चार मरीज और प्रसूता की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है। वहीं नगरपरिषद 100 पीपीई किट मंगवाई है।
हिसार/फतेहाबाद, जेएनएन। फतेहाबाद का भट्टूकलां अब धीरे-धीरे रेड जॉन से बाहर आता नजर आ रहा है। कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होने के बाद अब उसे क्वारंटाइन में रखा गया है। वही तीन दिन पूर्व प्रसूता व डाक्टरों की सैंपल रिपोर्ट भेजी गई जो अब नेगेटिव आई है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। वहीं रैंडम के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम हर दिन खंड स्तर पर सैंपल ले रही है। लेकिन अभी तक जिले में सबकुछ ठीक है।
बुधवार को 17 रिपोर्ट नेगेटिव आई। जिसमें प्रसूता, तीन डाक्टर व अन्य मरीज शामिल है। ज्ञात रहे कि तीन दिन पूर्व प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दिया था। प्रसूता को जुकाम व बुखार की शिकायत थी। जिसके बाद उसके सैंपल लिए गए। जिन डाक्टरों ने डिलीवरी करवाई थी उनके भी सैंपल लिए गए थे। बुधवार को 17 लोगों की रिपोर्ट आई जो नेगेटिव है। जिसके बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है।
रैंडम के तहत सैंपल लेने का कार्य जारी
रैंडम के तहत बुधवार को जिले में 17 सैंपल लिए गए। 9 सैंपल फतेहाबाद से तो 7 सैंपल टोहाना से लिए गए। फतेहाबदा में दो डाक्टर, तीन स्टाफ नर्स व चार मरीज शामिल है। वहीं टोहाना में 8 सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए जांच के लिए भेजे है। जिसमें एक श्विा गली, 5 गांव कमालवाला, एक इंद्रिरा कालोनी व एक टोहाना का शामिल है। सभी 8 लोगों के सैंपल डा. हरविंद्र सागु के निर्देशन में जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गये है। जबकि दो दिन पहले भेजे गये 5 सैंपलों की रिपोर्ट ना आने से अब स्वास्थ्य विभाग कुल 13 सैंपलों की रिर्पोट आने का इंतजार कर रही है।
टोहाना में 2134 लोगों का जांचा स्वास्थ्य
कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार सर्वे अभियान में जुटी है। बुधवार को इन स्वास्थ्य टीमों ने एसएमओ डा. हरविंद्र सागु के निर्देशन में शहर के प्रेमनगर, शिवा गली आदि विभिन्न गली मुहल्लों में 399 घरों का सर्वे किया। जिसमें 2134 लोगों का स्वास्थ्य जांचा। वहीं इन गलियों में 2 घरों में संदिग्ध रोगी पाए जाने पर उनके 7 सदस्यों को क्वारंटाइन किया। जबकि एक व्यक्ति को नागरिक अस्पताल में बने आईसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नप अधिकारियों की ली बैठक
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मेडिकल ऑफिसर डा. हमेश कुमार व गूूंजन बंसल की टीम नगरपरिषद कार्यालय में पहुंची। उन्होंने नप प्रधान दर्शन नागपाल, कार्यकारी अभियंता अमित कौशिक, मुख्य सफाई निरीक्षक मुकेश शर्मा, सफाई निरीक्षक औंकार ङ्क्षसह सहित अनेक पार्षद मौजूद थे। डाक्टर की टीमों ने कहा कि अगर कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो जाती है तो उनका अंतिम संस्कार नगरपरिषद के अधिकारी कर्मचारियों की देखरेख में करवाएंगे। अगर गांव से हो तो शहर में ही अंतिम संस्कार होगा। डाक्टरों ने बताया कि इसके लिए नगरपरिषद को अपने स्तर पर पीपी किट मंगवानी होगी। नप अधिकारियों ने कहा कि अब हमारे पास केवल 20 पीपीई किट है और 100 के लिए अप्लाई कर दिया है।
रैंडम सिस्टम क्या है
रैंडम का मतलब है कि हर खंड से बारी-बारी सैंपल लेना। स्वास्थ्य विभाग ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि पता लग सके कि सामुदायिक कोरोना संक्रमण तो नहीं है। इसलिए रैंडम सिस्टम अपना जा रहा है।