डबल मर्डर का आरोपित निकला पीएम मोदी की रैली में आए हेड कांस्टेबल का मुख्य हत्यारा
सात सितंबर की रात माजरा गांव में मामूली कहासुनी पर हुई थी हेड कांस्टेबल की हत्या। हत्या का एक आरोपित पहले हो चुका गिरफ्तार अब पकड़े गए दो छिपे थे बेंगलुरू में मौसी के घर।
रोहतक, जेएनएन। पीएम मोदी की रैली में ड्यूटी के लिए आए हेड कांस्टेबल हेड कांस्टेबल हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे दो आरोपितों को हिसार एसटीएफ और आइएमटी थाना पुलिस ने बेंगलुरू से गिरफ्तार कर लिया है। बेंगलुरू में एक आरोपित की मौसी रहती हैं। उनके पास ही आरोपित छिपे थे। हत्याकांड को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपित एक अन्य दोहरे हत्याकांड के मामले में कुछ माह पहले ही जमानत पर आया था। अदालत में पेश कर पुलिस आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लेगी।
मूलरूप से गुरुग्राम के बजघेड़ा गांव निवासी हेड कांस्टेबल प्रदीप की 8 सितंबर को रोहतक प्रधानमंत्री की रैली में वीआइपी ड्यूटी लगी थी। जो फरीदाबाद के बुपानी थाने में तैनात था। 7 सितंबर की शाम वह रोहतक आया था, जिसके बाद बोहर निवासी उसके दोस्त ने प्रदीप को माजरा गांव स्थित फ्लैट में रुकवा दिया था। वहां पर रात के समय ईंट से वार कर हेड कांस्टेबल की हत्या कर दी गई थी। जिसके शरीर में शराब की बोतल भी घोंपी थी। जांच पड़ताल के बाद एक आरोपित अस्थल बोहर निवासी विजय उर्फ टिल्लू को 11 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था।
दोहरे हत्याकांड के मामले में जमानत पर आया है दीपक
हिसार एसटीएफ और रोहतक पुलिस की संयुक्त टीम को जांच पड़ताल के बाद पता चला कि आरोपित दीपक और उसका साथी बेंगलुरू में छिपे हैं। इसके बाद शनिवार को पुलिस की टीम बेंगलुरू पहुंची। पुलिस ने आरोपित दीपक और सोनीपत के गंगाना गांव निवासी मनोज को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित दीपक का परिवार हिसार के शिव नगर में रहता है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वारदात की रात हेड कांस्टेबल प्रदीप हुक्का पीने के लिए उनके कमरे में गया था। वहां पर एक आरोपित के साथ हेड कांस्टेबल की कहासुनी हो गई थी। उस समय मामला शांत हो गया और हेड कांस्टेबल अपने कमरे में आकर सो गया।
इसके बाद आरोपितों ने हत्या की योजना बनाई। आरोपितों के एक साथी को अधिक नशा हो गया था, जिसके चलते वह अपने कमरे में सो गया और फिर दीपक, विजय और मनोज ने मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपितों ने हेड कांस्टेबल की कार, पर्स और मोबाइल भी ले लिया। आरोपित कभी हिसार, भिवानी तो कभी हरिद्वार में घूमते रहे। दिल्ली में विजय इनसे अलग हो गया था। दीपक और मनोज बेंगलुरू चले गए थे।