Move to Jagran APP

लुवास ने तीन संस्थानों के साथ किया एमओयू, किसानों तक पहुंचाएंगे तकनीक

लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) द्वारा शुक्रवार को प्रशिक्षण एवं अनुसंधान के क्षेत्र में तीन संस्थानों के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए । इसमें सबसे पहला संस्थान आर्युवेट लिमिटेड गाजियाबाद दूसरा आर्युवेट रिसर्च फाउंडेशन सोनीपत एवं तीसरा चौधरी भागमल सेवा समिति जींद शामिल है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Nov 2021 09:52 PM (IST)Updated: Fri, 26 Nov 2021 09:52 PM (IST)
लुवास ने तीन संस्थानों के साथ किया एमओयू, किसानों तक पहुंचाएंगे तकनीक
लुवास ने तीन संस्थानों के साथ किया एमओयू, किसानों तक पहुंचाएंगे तकनीक

जागरण संवाददाता, हिसार : लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) द्वारा शुक्रवार को प्रशिक्षण एवं अनुसंधान के क्षेत्र में तीन संस्थानों के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए । इसमें सबसे पहला संस्थान आर्युवेट लिमिटेड गाजियाबाद, दूसरा आर्युवेट रिसर्च फाउंडेशन सोनीपत एवं तीसरा चौधरी

loksabha election banner

भागमल सेवा समिति जींद शामिल है। इस एमओयू कार्यक्रम का आयोजन लुवास मानव संसाधन प्रबंधन के सभागार में किया गया। मानव संसाधन प्रबंधन निदेशिका डा. निर्मल सांगवान ने बताया कि विश्वविद्यालय एनीमल हेल्थ को ओर बेहतर करने, किसानों की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने, फीड एवं फोडर के क्षेत्र में नए तकनीकी हस्तक्षेप, पशु पोषण, औषधीय पौधों की खेती और किसानों के लाभ के लिए विस्तार गतिविधियों आदि विभिन्न शोध कार्य किए जायेंगे जिनका सीधा फायदा किसानों तक पहुंच पाएगा। लुवास की और से आयुर्वेट लिमिटेड गा•ायिाबाद के एमओयू पर लुवास के अनुसंधान निदेशक डा. प्रवीन गोयल, आयुर्वेद रिसर्च फाउंडेशन, सोनीपत और चौ. भागमल सेवा समिति, जींद के एमओयू पर लुवास विस्तार शिक्षा निदेशक डा. डीएस दहिया आदि पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए। गौरतलब है कि यह एम.ओ.यू आज से पांच साल तक आर्युवेट लिमिटेड गाजियाबाद,तीन साल तक आर्युवेट रिसर्च फाउंडेशन सोनीपत और चौधरी भागमल सेवा समिति जींद के लिए मान्य रहेगा। ये समझौते संयुक्त रूप से लुवास के स्वामित्व में होंगे। इसमें मुख्य जोर किसानों के प्रशिक्षण पर रहेगा। विश्वविद्यालय में विभिन्न नई टेक्नोलाजी के जो शोध कार्य हुए है वो सीधे फील्ड तक किसानों तक पहुचाई जा सकेगी। इसके साथ-साथ विभिन्न मेडिसिनल प्लांट्स ओर हर्बल मेडिसिन पर भी मिलकर कार्य किया जायेगा ताकि किसानों को एक अच्छी ओर स्वास्थ्यवर्धक दवाइयां पशुओं के लिए मिल सकें ओर उनके पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार हो सके। डा. अनिल कनौजिया, प्रमुख, आर एंड डी, एआरएफ और राजेंद्र मलिक गांव सुल्तानपुर भी समारोह में शामिल हुए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.