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हिसार के बालसमंद और सिवानी क्षेत्रों के गांवों में टिड्डियों का बड़ा हमला, चिंता में किसान

राजस्थान सीमा के साथ लगते सिवानी और बालसमंद क्षेत्र के गावों में टिड्डी दल ने जमावड़ा लगा रखा है। टिड्टी दल बुधवार को भी इसी क्षेत्र में सक्रिय है। नए गांव चपेट में ले लिए हैं।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 03:07 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 03:07 PM (IST)
हिसार के बालसमंद और सिवानी क्षेत्रों के गांवों में टिड्डियों का बड़ा हमला, चिंता में किसान
हिसार के बालसमंद और सिवानी क्षेत्रों के गांवों में टिड्डियों का बड़ा हमला, चिंता में किसान

हिसार, जेएनएन। राजस्थान सीमा के साथ लगते सिवानी और बालसमंद क्षेत्र के गावों में टिड्डी दल ने जमावड़ा लगा रखा है। मंगलवार की तरह ही टिड्टी दल बुधवार को भी इसी क्षेत्र में सक्रिय है। वहीं कुछ नए गावों में भी टिड्डी दल ने हमला बोला है। मंगलवार को तो डीसी प्रियंका सोनी भी रात को करीब दो बजे खेतों में मुआयना करने पहुंची थी। बुधवार को भी टिड्डी यहां से आगे नहीं बढ़ रही हैं।

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मंगलवार को अचानक लंबा चौड़ा टिड्डी दल एक साथ 20 गांवों में पहुंच गया और फसलों पर हमला कर दिया। किसानों और कृषि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने टिड्डियों को भगाने और प्रयास के तमाम प्रयास किए। देर रात तक टिड्डियों के हमले को रोकने को सभी जुटे रहे। इन गांवों में फसलों को नुकसान भी पहुंचा है, जिसका आकलन कृषि विभाग ने शुरू कर दिया है। कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर विनोद फौगाट भी किसानों के बीच रहे और टिड्डियों से हमले के प्रति किसानों को जागरूक करते रहे।

नलवा विधायक रणबीर गंगवा ने भी बासड़ा, गोरछी, चौधरीवास आदि गांवों का दौरा कर वहां आई टिड्डी की स्थिति को बारीकी से देखा एवं किसानों के खेतों पर जाकर उनकी फसलों का जायजा लिया। उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप निदेशक विनोद फौगाट से बात की और टिड्डी नियंत्रण दल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जहां पर रात में टिड्डी दल का पड़ाव होता है, उस स्थिति पर पूरी तरह नजर रखते हुए स्थिति पर नियंत्रण करें।

बालसमंद के कई गांवों में पहुंचीं टिड्डी

टिड्डी दल ने राजस्थान सीमा से प्रवेश कर बालसमंद क्षेत्र के गांव बासड़ा में प्रवेश कर किसानों की फसलों पर हमला बोल दिया। टिड्डी दल के हमले की सूचना के बाद विनोद फौगाट अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों को टिड्डी हमले से बचाव के उपाय बताए। किसानों को सचेत रहने के निर्देश जारी किए गए। विभागीय अधिकारी क्षेत्र में अपनी नजर बनाए हुए हैं। बासड़ा गांव में हवा के साथ रुख करते हुए पहुंचे टिड्डी दल ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। बासड़ा के साथ लगते गांव गावड़, गोरछी, देवा, मुकलान, चौधरीवास, रावलवास, भिवानी रोहिला, बालसमंद के ऊपरी हिस्से में, सीसवाला, धीरणवास सहित आसपास के गांवों में टिड्डी देखी गई। किसानों ने टिड्डियों से बचाव के लिए अपने खेतों में ड्रम थाली सहित अन्य ध्वनि यंत्र बजाय। किसानों के प्रयास के बावजूद उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाया गया।

सिवानी में टिड्डी दल का बड़ा हमला

सिवानी तहसील में भी पूरे दिन क्षेत्र के लोग टिड्डियों के एक से दूसरे गांव की ओर भगाने में लगे रहे। इसको लेकर कृषि विभाग की नींद भी उड़ी रही और विभाग के एसडीओ व उनके एडीओ गांव-गांव लोगों को टिड्डी भगाने को लेकर जागरूक करते रहे। जानकारी के अनुसार सोमवार को सिवानी तहसील के गांव नलोई व गुरेरा में आए टिड्डी दल को ग्रामीणों व कृषि विभाग के अधिकारियों ने मशक्कत करके वापस राजस्थान की ओर भगा दिया लेकिन सुबह ही टिड्डियों का दल वापस सिवानी के गांव लीलस में आ पहुंचा। जिसके बाद वो गुरेरा, नलोई होते हुए बख्तावरपुरा, गैंडावास, रूपाणा, खेड़ा, मोरका व झुम्पा आदि में घूमता रहा। टिड्डियों को भगाने के लिए ग्रामीण पूरे दिन लगे रहे लेकिन टिड्डियां का विश्राम लगातार सिवानी के गांवों में ही रहा। इस बारे में कृषि विभाग के एसडीओ डा. सुखदेव ङ्क्षसह ने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों के अलावा ग्रामीण लगातार इन टिड्डियों को भगाने के लिए थाली, पटाखे व अन्य प्रकार से शोर करके भगाने में सफल हो रहे थे। वही विभाग के अधिकारी भी अपने तौर तरीके अपना रहे थे।

एक किलोमीटर क्षेत्र के व्यास का है टिड्डी दल

कृषि अधिकारियों ने डिप्टी स्पीकर को अवगत करवाया कि टिड्डियों का यह दल एक गुणा एक किलोमीटर क्षेत्र के व्यास का है। यह राजस्थान के भारिया बोर्डर से हरियाणा के सरसाना व बासड़ा गांवों में आया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन की टीमें और ग्राम स्तर पर गठित कमेटियां टिड्डी दल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं और सायं के समय यह जहां भी अपना पड़ाव डालेगा, वहां कीटनाशक के छिड़काव से इसे खत्म करने का अभियान चलाया जाएगा।


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