बॉर्डर पर जंग लड़ रहे सैनिकों पर भी एन्हांसमेंट का बोझ
चेतन ¨सह, हिसार : जहां एक ओर हमारे सैनिक बॉर्डर पर देश के दुश्मनों से जंग लड़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर इ
चेतन ¨सह, हिसार : जहां एक ओर हमारे सैनिक बॉर्डर पर देश के दुश्मनों से जंग लड़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर इन दिनों उनके परिवार एचएसवीपी द्वारा थोपी गई एन्हांसमेंट से जंग लड़ रहे हैं। आज से करीब एक दशक पहले सेक्टर 3-5 में एचएसवीपी ने सैनिकों के लिए डिफेंस सेक्टर के तहत प्लाट निकाले थे। मगर विभाग द्वारा इन सैनिकों के परिवारों को भी एन्हांसमेंट से कोई रियायत नहीं दी गई है। हालात तब ऐसे हैं जब ये सभी सैनिक एक बार लाखों रुपये की एन्हांसमेंट भर चुके हैं मगर विभाग ने अब दोबारा फिर से लाखों की एन्हांसमेंट जारी कर इन सैनिकों की हौंसले पूरी तरह तोड़ दिए हैं। जहां एक ओर ये देश की रक्षा कर रहे हैं वही दूसरी ओर विभाग ने इनके आशियानों की उजाड़ने की पूरी प्ला¨नग कर ली है। ऐसे में कुछ परिवार सस्ते दामों पर मकान बेचकर यहां से जाने को मजबूर हैं तो वहीं कुछ परिवार जिनके यहां प्लाट है वे एचएचवीपी के समक्ष प्लाट सरेंडर करने की सोच रहे हैं।
एचएसवीपी ने वर्ष 2002 में सेक्टर 5 में डिफेंस कोटे के 956 प्लाट काटे थे। यह प्लाट पैरामिल्ट्री, डिफेंस, सर्विस व एक्स सर्विसमेंन को दिए गए थे। विभाग ने इस डिफेंस सेक्टर को भी एन्हांसमेंट में शामिल किया है जिससे सैनिकों पर भी एन्हांसमेंट का बोझ पड़ रहा है। बॉर्डर पर देश के दुश्मनों से लड़ने वाले इन सैनिकों के हौंसले एचएसवीपी तोड़ रहा है। विभाग ने सेक्टर 3-5 और 4 पार्ट टू
पर करीब 6024 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर की एन्हांसमेंट थोपी है। यह सेक्टर करीब 404 एकड़ में है। इस सेक्टर के लोग पहले भी 2971 रुपये प्रति स्क्वेयर मीटर के हिसाब से एन्हांसमेंट भर चुके हैं। अब दोबारा से इतनी बड़ी एन्हांसमेंट की राशि जारी होने से सैनिकों के हौंसले पस्त हो गए हैं।
सेक्टर 5 के डिफेंस सेक्टर की स्थित
क्षेत्र संख्या
एक मरला 40 प्लाट
14 मरले 220 प्लाट
10 मरला 144 प्लाट
8 मरला 30 प्लाट
6 मरला 170 प्लाट
4 मरला 352 प्लाट सैनिकों के परिवारों की दो मार्मिक कहानी 1. एन्हांसमेंट नहीं भर पाएंगे तो प्लाट करेंगे सरेंडर
शुक्रवार को एचएसवीपी कार्यालय में ऐसा ही एक परिवार मिला जो भारी भरकम एन्हांसमेंट से छुटकारा पाने के अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। इस परिवार के पास सेक्टर 3-5 में 221 गज का प्लाट है। यह प्लाट राजेंद्र ¨सह के नाम पर है जो भारतीय सेना में इंजीनियर के पद पर तैनात है। राजेंद्र ¨सह की पो¨स्टग फिलहाल उत्तराखंड के जोशीमठ में है। जैसे ही पड़ोसियों द्वारा एन्हांसमेंट के नोटिस जारी होने की खबर मिली तभी से राजेंद्र ¨सह का परिवार उत्तराखंड से हिसार आ गया। जब इन्होंने एन्हांसमेंट का नोटिस देखा तो इनके पैरों तले जमीन खिसक गई। एन्हांसमेंट के रूप में इनको करीब 14 लाख रुपये भरने हैं और एन्हांसमेंट की राशि भरने की अंतिम तिथि 23 जून 2018 है। ऐसे में परिवार इस नोटिस को लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। मगर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने के कारण यह परिवार अब कोर्ट में जाने की तैयारी कर रहा है। राजेंद्र ¨सह की पत्नी मंजू रानी और पुत्र दीपक का कहना है कि वह एन्हांसमेंट के नौ लाख रुपये पहले ही भर चुके हैं और अब इस नई एन्हांसमेंट ने पूरे परिवार को ¨चता में डाल दिया है कि यह राशि वह कैसे भरेंगे। उन्होंने यह राशि पिता की रिटायरमेंट पर भरनी पड़ेगी या फिर प्लाट की सरेंडर करना पड़ेगा।
2. मैं नागालैंड में हूं, यहां लड़ूं या एन्हांसमेंट से
सेक्टर 5 में रहने वाले भूप ¨सह सेना में नायाब सूबेदार के पद पर तैनात हैं। इनकी पो¨स्टग नागालैंड में है। इनके लिए हर गुजरा दिन एक नई ¨जदगी होता है। इनका परिवार सेक्टर 5 हिसार में रहता है। परिवार से दूर रहकर यह बॉर्डर पर देश की रक्षा कर रहे इस सैनिक का परिवार एन्हांसमेंट के खिलाफ जंग लड़ रहा है। इनका सेक्टर में छोटा सा प्लाट है जिस पर मकान बनाया हुआ है। परिवार में मां, बीवी और दो बच्चे हैं। भूप ¨सह का कहना है हजारों किलोमीटर दूर बच्चों से रहना एक पल भी एक वर्ष की तरह गुजरता है पर देश के लिए यह कुछ भी नहीं है। मगर सरकार को उनके लिए कुछ सोचना चाहिए। उन पर करीब साढ़े तीन लाख रुपये की एन्हांसमेंट है एक एन्हांसमेंट पहले भर चुके हैं ऐसे में अब दोबारा यह राशि भरना उनकी जेब से बाहर है। मैं यहां दुश्मनों से जंग लड़ूं या हिसार आकर अपने अधिकारों के लिए कुछ समझ नहीं आ रहा। सब कुछ भगवान पर छोड़ा हुआ है।
अधिकारियों की इस लापरवाही से सैनिक परेशान
- नियमों के मुताबिक एक साथ एक्वायर की गई जमीन पर ही एन्हांसमेंट राशि जारी हो सकती है मगर सेक्टर 3-5 की एन्हांसमेंट जारी करने में पूरे कायदे नियम ताक पर रख दिए गए। क्योंकि इस सेक्टर के साथ सेक्टर 4 पार्ट टू को भी जोड़कर एन्हांसमेंट राशि जारी कर दी गई। जबकि सेक्टर 3-5 की जमीन 2002 में एक्वायर हुई थी और 4 पार्ट टू की जमीन 1995 में एक्वायर की गई। इस सेक्टर में 104 एकड़ जमीन है। जो सेक्टर 3-5 के साथ जोड़ दी गई।
- कुल मिलाकर 3-5 सेक्टर के साथ करीब 150 एकड़ जमीन नाजायज जोड़ दी गई है जो गलत है जिसका बोझ पूरे सेक्टर पर पड़ रहा है।
सरकार को हमारी ¨चता नहीं है तो कम से कम सैनिक व उनके परिवारों की तो ¨चता तो करनी ही चाहिए। यह सैनिक दोहरी मार झेल रहे हैं। सेक्टर 3-5 के लोगों पर नाजायज तौर पर एन्हांसमेंट थोपी गई है। कुछ जमीन का मैटर कोर्ट में है फिर भी उस जमीन को मिलाकर एन्हांसमेंट डाल दी गई जो सरासर गलत है। सरकार को इस दिशा में कदम उठाने चाहिए।
- कुलदीप वत्स, प्रधान, एन्हांसमेंट संघर्ष समिति।