हिसार में पकड़ा गया तेंदुआ, हर्बल पार्क के पास घात लगाकर बैठा था, शहर मे हड़कंप
हिसार के हबर्ल पार्क के पास से एक तेंदुए को पकड़ा गया है। वह शिकार के लिए पार्क के पास घात लगाकर बैठा था। तेंदए के पकड़े जाने की खबर से शहर में हड़कंप मच गया।
जेएनएन, हिसार। शहर के धांसू रोड पर हर्बल पार्क के पास बुधवार रात घात लगाकर बैठे तेंदुए को पकड़ा गया। शहर के पास तेंदुआ होने की खबर से लोगों में हडकंप मच गया। वन्य जीव प्राणी विभाग की टीम ने देर रात तेंदुआ को पकड़ लिया और उसे पिंजड़े में कैद किया। तेंदुआ ने डियर पार्क (हिरण पार्क) में पिछले दिनों एक काले हिरण का शिकार किया था। इसके बाद से वन्य जीव प्राणी विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने की काेशिश में था। अाज वह हर्बल पार्क के पास शिकार के लिए घात लगाए बैठा दिखा ताक उसे गन से उसको बेहोशी इंजेक्शन लगाने के बाद काबू कर लिया गया
धानंसू रोड पर डियर पार्क में 25 अगस्त की रात को एक हिरण का शिकार किया गया था। अधिकारियों ने मृत हिरण के पास व जंगल में मिले पंजे के निशान को देखते हुए तेंदुए के यहां पहुंचने और हिरण का शिकार करने का अंदेशा लगाया गया था। इसको लेकर शिकार व अन्य जरूरी सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए देहरादून भेजे थे। डियर पार्क में हिरण होने के कारण कई दिनों से तेंदुआ इसके आस पास मंडरा रहा था, लेकिन वह अभी तक हाथ नहीं आया था।
तेंदुए को पकड़ कर पिंजरे में बंद करने के बाद वन्य जीव विभाग की टीम।
तेंदुए को पकड़ने के लिए हर रोज शाम को ही टीमों को डियर पार्क के पास ड्यूटी पर लगा दिया था। बुधवार रात करीब आठ बजे पार्क के जानवरों खासकर हिरणाें के व्यवहार में बदलाव दिखा। खतरे की आहट होने पर हिरण व अन्य जानवर पार्क में ही भागने लगे। यह देखकर वन्य जीव प्रणी विभाग के अधिकारी अलर्ट हो गए। टीम के सदस्य पूरी तैयारी के साथ हर्बल पार्क के आस पास अलर्ट होकर बैठ गए।
उसी दौरान हबर्ल पार्क की दीवार के नजदीक तेंदुए दिखाई दिया। वह उस समय शिकार के लिए घात लगाकर बैठा था। टीम के सदस्य बिना आवाज किए उसके थोड़े नजदीक गए और बंदूक से बेहोशी का इंजेक्शन मारा। इंजेक्शन लगने के दो से तीन मिनट में ही वह बेहोश हो गया। टीम के सदस्यों ने उसी समय उसको उठाया और पिंजरे में बंद कर दिया।
पिंजरे में बंद तेंदुआ।
तेंदुए का ये है नेचर
वन्य जीव अधिकारियों के अनुसार, तेंदुए का नेचर बड़ा अलग होता है। वह एक बार शिकार करने के बाद पांच से छह दिन तक आराम करता है। सुबह के समय वह बहुत कम शिकार करता है। वह 90 फीसद शिकार रात के समय करता है। बीड़ का जंगल 1200 से ज्यादा एकड़ में फैला है। तेंदुए के नेचर के अनुरुप झाड़ियां, पेड़ और पानी के पोखर यहां मौजूद हैं। जिसके आसपास छिप कर वह शिकार कर सकता है।
कई जिलों से आए वाइल्ड लाइफ अधिकारी
डियर पार्क व उसके आस पास तेंदुए को पकड़ने के लिए हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी से अधिकारी आए हुए थे। दिन व रात के समय दो शिफ्टों में सभी 110 हिरणों की रखवाली कर रहे थे। विभाग ने हिरणों को सुरक्षित रखने के लिए उनको पशु चिकित्सा केंद्र के बाड़े में रखा हुआ था। अधिकारियों के अनुसार साथ लगते हर्बल पार्क और जंगल के कुछ एरिया में सर्च अभियान चलाया गया था। लेकिन तेंदुआ हाथ नहीं आ रहा था।
तेंदुए को पकड़ कर पिंजरे में बंद करने के बाद वन्य जीव विभाग की टीम।
बीड़ का माहौल जंगली जानवरों के अनुकूल
अधिकारियों के अनुसार, तेंदुआ के हिसार में मिलने की 1970 के बाद पहली घटना है। अरावली की पहाड़ियों और यमुनानगर के आस पास के पहाड़ी इलाके में तेंदुआ पाया जाता है। तोशाम के आस पास अरावली की पहाड़ियों में भी तेंदुए हैं। अनुमान है कि तेंदुआ हिसार बीड में दिशा भटकने के चलते आ गया होगा। यहां 1200 से ज्यादा एकड़ में फैले बीड़ का वातावरण जंगली जानवरों के अनुकूल है।
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'' हर्बल पार्क के पास तेंदुआ घात लगाकर बैठा था। उसके आने की आहट से डियर पार्क में मौजूद जानवर शोर मचाने लगे थे। इसके बाद हम अलर्अ हो गए थे। बाद में उसे बेहोशी का इंजेक्शन मार कर बेहोश कर दिया। उसे पिंजरे में बंद कर दिया गया है।
- रामेश्वर कुमार, निरीक्षक, वन्य जीव संरक्षण विभाग, हिसार।