पैक्स घोटाले में राखी शाहपुर में आज होगी किसान महापंचायत
किसानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सीएम विडो की शिकायत पर कुछ अधिकारी हिसार से जांच करने के लिए पहुंचे थे लेकिन उन्होंने पैक्स के कर्मचारियों का बचाव करने के लिए उन पर दबाव बनाया।
संवाद सहयोगी,नारनौंद : राखी शाहपुर में धान की फसल के मुआवजे को लेकर किसान पिछले 28 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। मामले में कार्रवाई न होने के कारण किसान बुधवार को महापंचायत करआगे की रणनीति का ऐलान करेंगे। वही प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि अगर किसानों ने धारा 144 का उल्लंघन किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राखी शाहपुर सहित चार अन्य गांव के किसान पैक्स पर ताला लगाकर धरने पर बैठे हैं। अभी तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। किसानों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सीएम विडो की शिकायत पर कुछ अधिकारी हिसार से जांच करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने पैक्स के कर्मचारियों का बचाव करने के लिए उन पर दबाव बनाया। किसानों ने कहा कि जब तक पैक्स के सभी कर्मचारियों को बर्खास्त नहीं किया जाएगा और जिन लोगों ने इनके साथ मिलकर करोड़ों रुपये का चूना लगाया है, उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक वह पैक्स का ताला नहीं खोलेंगे।
एसडीएम की जांच से संतुष्ट हैं किसान
किसानों ने बताया कि इस मामले में नारनौंद के एसडीएम विकास यादव भी जांच कर रहे हैं। उनकी जांच से हम संतुष्ट हैं। लेकिन कोरोना संक्रमित होने के कारण एसडीएम को घर पर ही आइसोलेट होना पड़ा, जिससे जांच बाधित हो गई। जांच में ज्यादा देरी करने पर राखी शाहपुर में बुधवार को एक किसान महापंचायत बुलाई है। जिसमें किसान नेता रवि आजाद को भी मुख्य वक्ता के रूप में बुलाया गया है।
कौन देगा करोड़ों रुपयों का हिसाब
किसान कमेटी के सदस्य संदीप लोरा ने बताया कि पैक्स कर्मचारियों ने कुछ ग्रामीणों के साथ मिलकर धान की फसल के करोड़ों रुपये के मुआवजे को हड़पने का काम किया है। जब तक सभी के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होती तब तक पैक्स पर ताला लगा रहेगा और धरना जारी रहेगा। बुधवार को महापंचायत में ठोस निर्णय लेकर प्रदेश स्तर पर सरकार को जगाने का काम किया जाएगा।
जल्द ही जांच खत्म कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी
इस संबंध में एसडीएम विकास यादव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कुछ खामियां सामने आई है। उनका रिकॉर्ड मांगा गया है। जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी करके दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं अगर किसानों ने धारा 144 का उल्लंघन करने की कोशिश की तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।