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Kisan Andolan: अब फिर तूल पकड़ सकता है आंदोलन, गुरनाम चढूनी और योगेंद्र यादव कर सकते दिल्‍ली कूच का ऐलान

सरकार के साथ संवादहीनता बनी रही तो मोर्चा की पांच सदस्यीय कमेटी मंगलवार को होने वाली बैठक में आंदोलन की आगामी रणनीति तय कर सकती है। ऐसे में आंदोलन को लेकर किसी तरह का फैसला लेने के लिए कमेटी की बैठक 10 दिसंबर को भी बुलाई जा सकती है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 10:58 AM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 10:58 AM (IST)
Kisan Andolan: अब फिर तूल पकड़ सकता है आंदोलन, गुरनाम चढूनी और योगेंद्र यादव कर सकते दिल्‍ली कूच का ऐलान
आंदोलन खत्‍म करने पर आज कोई फैसला नहीं हुआ तो दस दिसंबर को फिर से हो सकती है बैठक

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: तीन कृषि कानून वापसी के बाद एमएसपी की मांग को लेकर सरकार के साथ बातचीत को लेकर बनाई गई संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय कमेटी की बैठक मंगलवार को होगी। अब तक इस कमेटी के साथ सरकार से बातचीत नहीं हो सकी है। अगर इस पांच सदस्यीय कमेटी की सरकार के साथ बातचीत नहीं होगी तो आंदोलन समाप्ति का फैसला मंगलवार को होना मुश्किल है। सरकार के साथ संवादहीनता बनी रही तो मोर्चा की पांच सदस्यीय कमेटी मंगलवार को होने वाली बैठक में आंदोलन की आगामी रणनीति तय कर सकती है। ऐसे में आंदोलन को लेकर किसी तरह का फैसला लेने के लिए कमेटी की बैठक 10 दिसंबर को भी बुलाई जा सकती है।

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पांच सदस्यीय कमेटी के सदसय गुरनाम चढूनी व पंजाब के किसान नेता जोगेंद्र उगराहा ने इस तरह के संकेत दिए हैं। गुरनाम चढूनी ने कहा कि एमसएसपी, आंदोलन में मारे गए किसानों को लेकर मुआवजा व किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने समेत अन्य मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के साथ बातचीत करने के लिए पांच सदस्यी कमेटी बनाई थी। मगर अब तक इस कमेटी के साथ सरकार ने कोई बातचीत नहीं की है। ना ही कोई निमंत्रण अब तक मिला है। ऐसे में मंगलवार को होने वाली बैठक में आंदोलन की आगामी रणनीति तय हो सकती है या फिर 10 दिसंबर को इस बारे में दोबारा से बैठक हो सकती है।

सरकार के साथ बातचीत के जरिये ही इन सब मांगों का निपटारा होगा। ऐसे में सरकार संवादहीनता रखती है तो उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसी भी हालत में आंदोलन खत्म नहीं होगा। वे मंगलवार को होने वाली बैठक में दिल्ली कूच की भी घोषणा कर सकते हैं। भाकियू उगराहा के मुखिया जोगेंद्र उगराहा ने भी यहीं संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार किसानों के साथ बातचीत नहीं करना चाह रही है। किसानों के मामलों का निपटारा सरकार के साथ बातचीत के बाद ही होगा। अगर सरकार बातचीत नहीं करेगी तो उनका आंदोलन खत्म नहीं होगा। इस स्थिति में मोर्चा की कमेटी मंगलवार को बैठक करके आंदोलन की आगामी रणनीति तैयार कर सकती है।


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