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Kisan Andolan: 29 नवंबर को किसानों का दिल्ली कूच, ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर संसद भवन पहुंचेंगे

संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में 29 नवंबर को संसद सत्र शुरू होने पर दिल्ली में टीकरी बार्डर और गाजीपुर बार्डर से 500-500 किसानों का जत्था ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ संसद के बाहर पहुंचने का फैसला लिया है। लेकिन दिल्ली पुलिस से अनुमति मिल पाना संभव नहीं है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 10:06 AM (IST)Updated: Sat, 13 Nov 2021 10:08 AM (IST)
Kisan Andolan: 29 नवंबर को किसानों का दिल्ली कूच, ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर संसद भवन पहुंचेंगे
Kisan Andolan: 29 नवंबर को दिल्ली कूच करेंगे किसान।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन में यह महीना अहम रहेगा। एक तो 26 नवंबर को इस आंदोलन को एक साल पूरा होने जा रहा है और दूसरा 29 नवंबर को किसान आंदोलनकारियों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर रखा है। वैसे तो 26 जनवरी की घटना के बाद से यह आंदोलन कमजोर पड़ता चला गया, लेकिन अब फिर से आंदोलनकारियों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया है तो उससे लोग आशंकित हो रहे हैं। दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने भी मंथन शुरू कर दिया है।

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29 नवंबर को किसानों का दिल्ली कूच

पिछले दिनों संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में 29 नवंबर को संसद सत्र शुरू होने पर दिल्ली में टीकरी बार्डर और गाजीपुर बार्डर से 500-500 किसानों का जत्था ट्रैक्टर-ट्रालियों के साथ संसद के बाहर पहुंचने का फैसला लिया है, लेकिन इस तरह की गतिविधि की दिल्ली पुलिस से अनुमति मिल पाना संभव नहीं है। ऐसे में यह देखना होगा कि किसान दिल्ली कूच कर पाएंगे या नहीं। इससे पहले 15 नवंबर को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई भी होनी है। इस याचिका में बहादुरगढ़ के उद्यमियों की ओर से दिल्ली के बार्डर खुलवाने की मांग की गई थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस की ओर से जब टीकरी बार्डर पर रास्ता खोलने की पहल की गई तो आंदोलनकारियों ने विरोध कर दिया था। ऐसे में यहां से सिर्फ पांच फीट का रास्ता ही खुल पाया।

दिल्ली हाई कोर्ट का रुख रहेगा अहम

अब इस पहलू को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट का क्या रुख रहता है यह भी अहम रहेगा। माना जा रहा है कि यदि किसान आंदोलनकारी दिल्ली कूच पर ही अड़े रहते हैं और पुलिस प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं मिलती है तो उस स्थिति में टकराव की नौबत आ सकती है। 29 नवंबर से पहले आंदोलनकारियों की ओर से दिल्ली की सीमाओं पर भीड़ बढ़ाने का आह्वान भी लगातार किया जा रहा है। हरियाणा और पंजाब से किसानों से बार्डर पर पहुंचने की अपील की जा रही है। वैसे इस समय खेतों में रबी फसलों की बिजाई का काम भी चल रहा है। काफी हिस्से में धान की कटाई और झराई भी चल रही है। ऐसी स्थिति में किसान अपना तमाम कामकाज छोड़कर दिल्ली के बार्डर पर पहुंचेंगे या नहीं, इस पर भी अभी संशय है।


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