Move to Jagran APP

Kisan Andolan News: योगेंद्र यादव के निलंबन के बाद से मन ही मन खुश हो रहे विरोधी, संयुक्त मोर्चा की कार्रवाई को मान रहे बदला

संयुक्त किसान मोर्चा की नौ सदस्यीय कमेटी में शुरूआत से शामिल योगेंद्र यादव को हाल ही में एक माह के लिए मोर्चा से निलंबित किया गया है मगर काफी महीनों से यादव आंदोलन के अलग-अलग धड़ों के निशाने पर हैं।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 08:01 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 08:01 AM (IST)
Kisan Andolan News: योगेंद्र यादव के निलंबन के बाद से मन ही मन खुश हो रहे विरोधी, संयुक्त मोर्चा की कार्रवाई को मान रहे बदला
योगेंद्र यादव विरोधी अब इस कोशिश में हैं कि उन्हें इस आंदोलन से हमेशा के लिए निष्कासित कराया जाए।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कृषि कानून विरोधी आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा की नौ सदस्यीय कमेटी में शुरूआत से शामिल योगेंद्र यादव को हाल ही में एक माह के लिए मोर्चा से निलंबित किया गया है, मगर काफी महीनों से यादव आंदोलन के अलग-अलग धड़ों के निशाने पर हैं। बंगाल की युवती से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के आरोपितों और उनके समर्थकों द्वारा इस मामले के सामने आने के बाद से ही योगेंद्र यादव को निशाने पर लिया जा रहा है।

loksabha election banner

हाल ही में जब आरोपितों के समर्थन में टीकरी बार्डर पर पंचायत की गई और संयुक्त किसान मोर्चा से मदद मांगी गई, तब भी योगेंद्र यादव पर ही आरोप लगाए गए थे। इससे पहले आंदोलन से कई नेताओं के निष्कासन और निलंबन को लेकर भी योगेंद्र यादव को ही जिम्मेदार ठहराया गया। कुल मिलाकर इस आंदोलन में जितने धड़े बने हुए हैं, उनमें से कई के निशाने पर योगेंद्र यादव रहे हैं। ऐसे में तमाम विरोधी धड़े काफी दिनों से इस कोशिश में थे कि यादव को कहीं न बैकफुट पर लाया जाए।

अब जबकि यादव को एक माह के लिए निलंबित किया गया है, तो ऐसे में उनके विरोधी इसे बदला पूरा हुआ मान रहे हैं। बताया जा रहा है कि योगेंद्र यादव को इससे पहले भी संयुक्त किसान मोर्चा से निलंबित किए जाने की मांग उठी थी। तब भी योगेंद्र पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे और इन्हीं आरोपों को लेकर योगेंद्र यादव के खिलाफ कार्रवाई के लिए मोर्चा पर दबाव बनाया गया था, मगर तब इसे टाल दिया गया था। एक बार तो बताते हैं कि योगेंद्र यादव के निलंबन पर सहमति बन गई थी, लेकिन ऐसी कार्रवाई नहीं की गई थी।

अब योगेंद्र यादव द्वारा इस मामले को तूल न देकर संयुक्त मोर्चा की सजा को सहर्ष स्वीकार किए जाने की बात तो कही जा रही है, लेकिन आंदोलन में योगेंद्र यादव विरोधी धडे़ के लोग अब इस कोशिश में हैं कि उन्हें इस आंदोलन से हमेशा के लिए निष्कासित कराया जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.