किसान आंदोलन : आज हो रही संयुक्त मोर्चा की बैठक, तय होगी अगली रणनीति
हरियाणा के किसान संगठनों के सुझाव के आधार पर भी कई प्रस्ताव तैयार किए हैं जो इस बैठक में रखे जाएंगे। इसके लिए आंदोलन में सक्रिय सभी किसान नेताओं से रायशुमारी की गई है। सामूहिक फैसले से तय होगा कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाएगी।
बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन में सरकार से वार्ता को लेकर बने गतिरोध के बीच आज मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हो रही है। इसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी। इस बार प्रभावी फैसले लेने की संभावना के चलते हरियाणा के किसान संगठनों के सुझाव के आधार पर भी कई प्रस्ताव तैयार किए हैं, जो इस बैठक में रखे जाएंगे।
इसके लिए आंदोलन में सक्रिय सभी किसान नेताओं से रायशुमारी की गई है। सामूहिक फैसले से ही यह तय होगा कि इस महीने के अंदर सरकार पर दबाव बनाने के लिए क्या रणनीति अपनाई जाएगी। 8 मार्च को तो धरना स्थलों पर महिला दिवस मनाया जाना लगभग तय है। इस दिन टीकरी बॉर्डर पर 100 से ज्यादा महिलाओं को सम्मानित किए जाने की भी तैयारी है। माना जा रहा है कि संसद मार्च को लेकर भी मोर्चा की बैठक में चर्चा हो सकती है। कई दिनों से महापंचायतों और सभाओं में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत हर बार यह बात कहते हैं कि अपने ट्रैक्टरों को तैयार रखो, कभी भी दिल्ली कूच का ऐलान हो सकता है, लेकिन 26 जनवरी की हिंसा के बाद से बॉर्डरों पर पुलिस ने भी कड़ी चौकसी और सुरक्षा इंतजाम कर रखे हैं।
ऐसे में दिल्ली के अंदर किसी तरह की भी गतिविधि का ऐलान संयुक्त किसान मोर्चा के लिए भी चुनौती जैसा होगा। प्रबल संभावना है कि मोर्चा की ओर से पूरे मार्च की गतिविधियों का ऐलान किया जा सकता है, क्योंकि आंदोलन स्थलों पर फिलहाल कम भीड़ के चलते सरकार पर दबाव नजर नहीं आ रहा है। इसलिए गतिविधियों के जरिये आंदोलन स्थलों पर भीड़ बढ़ाना भी किसान संगठनों की प्राथमिकता है।