Move to Jagran APP

किसान आंदोलन : पुलिस-प्रशासन की सख्ती और एफआइआर दर्ज होने के बाद हाइवे पर रुका पक्का निर्माण

पुलिस की कोशिश है कि अब और कोई पक्का निर्माण न हो। हालांकि अभी तक जो निर्माण हुए हैं उनको लेकर आंदाेलनकारियों का तर्क रहा है कि यह कोई कब्जा नहीं है। जब आंदोलन खत्म होगा तो वे खुद ही इस निर्माण को हटाएंगे

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 08:23 AM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 08:23 AM (IST)
किसान आंदोलन : पुलिस-प्रशासन की सख्ती और एफआइआर दर्ज होने के बाद हाइवे पर रुका पक्का निर्माण
किसान अब टीन शेड व बांस बल्ली से ही तंबू बना रहे हैं

बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच नेशनल हाइवे पर पक्का निर्माण फिलहाल रुक गया है। पिछले दिनों इस मामले में पुलिस-प्रशासन की ओर से सख्ती दिखाई गई थी। साथ ही एफआइआर भी दर्ज हुई थी। उससे पहले निर्माण चल रहा था, मगर पुलिस-प्रशासन ने अब आंदोलन स्थल पर नजर टिका रखी है। अब नया बोरवेल भी हाइवे की जमीन पर नहीं हो रहा है। हालांकि पुराने जो भी पक्के निर्माण और बोरवेल हैं, उनको हटाने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।

loksabha election banner

पुलिस की कोशिश है कि अब और कोई पक्का निर्माण न हो। हालांकि अभी तक जो निर्माण हुए हैं, उनको लेकर आंदाेलनकारियों का तर्क रहा है कि यह कोई कब्जा नहीं है। जब आंदोलन खत्म होगा तो वे खुद ही इस निर्माण को हटाएंगे, मगर अभी तो यह भी तय नहीं है कि यह आंदोलन कब तक चलेगा।

दोनों पक्षों की नजर पांच राज्यों के चुनावी नतीजों पर :

सरकार और आंदोलनकारियों के शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत का दौर शुरू नहीं हो पाया। अब पांच राज्यों के चुनाव में ही दोनों पक्ष व्यस्त हैं अौर दोनों की नजर इन राज्यों के चुनावी नतीजों पर टिकी है। आंदोलनकारी नेता इन राज्यों में केंद्र में सत्तारूढ़़ भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने पर जुटे हुए हैं। ऐसे में दोनों ही पक्ष फिलहाल देखो और इंतजार करो की स्थिति में हैं। किसान संगठनों के नेताओं को भी यह आभास है कि जिस मुहिम में वे इन दिनों जुटे हुए हैं अगर उसके परिणाम उनके अनुरूप नहीं आए तो कहीं न कहीं अागामी दिनों में वे सरकार से बातचीत को लेकर दबाव में आ जाएंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.