इतिहास के पन्नों में दर्ज है कादमा गोलीकांड, संघर्ष में पांच किसान हुए थे शहीद, 23 को बरसी मनाएंगे किसान
चरखी दादरी के कादमा में 23 अगस्त 1995 को गोलीकांड हुआ था। बिजली समस्या को लेकर सरकार व किसानों के बीच विवाद भड़का था। गोली चलने से पांच किसान शहीद हुए थे। 26वीं बरसी मनाने की तैयारियों में किसान संगठन जुटे हैं।
पवन शर्मा, बाढड़ा (चरखी दादरी)। कादमा गोलीकांड की 26वीं बरसी पर 23 अगस्त को कादमा के शहीद स्मारक व खेल स्टेडियम में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए किसान नेताओं ने क्षेत्र में सघन जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। वर्ष 1995 में गांव कादमा क्षेत्र के किसानों के जले हुए ट्रांसफार्मरों को न बदलने व बकाया बिजली के बिलों को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार में विवाद बढ़ गया था।
23 अगस्त को ग्रामीणों व पुलिस में सीधा टकराव हुआ था। पुलिस की गोली से आधा दर्जन किसानों की मौत हो गई थी। वहीं संघर्ष में दर्जनों किसान व पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस घटना के बाद पूर्व पीएम चरण सिंह, डिप्टी पीएम देवीलाल, पूर्व सीएम व हविपा सुप्रीमो बंसीलाल, सुरेंद्र सिंह, अजीत सिंह, महेंद्र सिंह टिकैत, घासीराम नैन समेत देश के कोने कोने से किसान नेताओं का जमावड़ा लगा। उसके बाद प्रदेश में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस सरकार को विदा होना पड़ा।
सरकारी नौकरी तो मिली, भुला दिए शहीद
वर्ष 2005 में आई हुड्डा सरकार ने तत्कालीन सीपीएस धर्मबीर सिंह की मांग पर सभी शहीदों व घायलों की सुध लेकर स्वजनों को नौकरी दी। लेकिन उसके बाद इन शहीदों को फिर भुला दिया गया। वर्ष 2019 में सांसद धर्मबीर सिंह ने शहीद किसान बरसी पर ग्रामीणों से बार बार अलग अलग स्थान पर यह कार्यक्रम आयोजित करने के बजाय एक जगह शहीद स्मारक निर्माण करने का आह्वान करते हुए सभी शहीदों की प्रतिमाओं को स्थापित करवाने की अपील की।
सांसद धर्मबीर ने स्थापित करवाईं थी प्रतिमाएं
सांसद धर्मबीर सिंह ने 21 लाख व विधायक सुखविंद्र मांढी ने सीएम कोटे से 11 लाख की राशि जारी करवा कर प्रतिमाएं स्थापित करवाई। जिसके बाद अब प्रति वर्ष यहां शहीद स्मारक पर आयोजन होता है। 23 अगस्त को यहां पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसे सफल बनाने के लिए कमेटी अध्यक्ष रामअवतार, प्रधान सुरेश कुमार, हरिराम पहलवान, समाजसेवी अशोक कादमा, सूबेदार कर्ण सिंह, मांगेराम, दलीप सिंह इत्यादि ने गांवों में जोन बनाकर जनसंपर्क शुरू किया है।
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