अधिक कार्बन उत्सर्जन वालों पर लगे टैक्स, बायो गैस यूजर को मिले सबसीडी : आर्थर रिडेकर
गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में बुधवार को बायो एंड नैनो टेक्नोलॉजी फॉर सेस्टेंडेबल एग्रीकल्चर, फूड, हेल्थ, एनर्जी एंड इंडस्ट्री विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, हिसार
गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में बुधवार को बायो एंड नैनो टेक्नोलॉजी फॉर सेस्टेंडेबल एग्रीकल्चर, फूड, हेल्थ, एनर्जी एंड इंडस्ट्री विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रांस के वैज्ञानिक आर्थर रिडेकर व गुजवि कुलपति प्रो टंकेश्वर कुमार ने किया।
टंकेश्वर कुमार ने कहा की नैनो तकनीक में पूरा विज्ञान समाहित है। वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए ये बहुत ज़रूरी है।
नोबेल प्राइज विजेता ऑर्थर रिडेक्र ने विश्व में हो रहे जलवायु परिवर्तन के विषय में होने वाली समस्याओं और वैश्रि्वक प्रयासों का वर्णन किया। उन्होंने खासतौर पर आइपी सीसी/सीसी के विश्व जलवायु परिवर्तन के संबंध में किये गये प्रयासों व रणनीति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कार्बन उत्सर्जन औद्योगिक विकास और उर्जा स्त्रोतों का गलत तरीके से उपयोग किया जाने को जलवायु परिवर्तन का मुख्य कारण बताया उन्होंने कहा कि हम भूमि का सही व पूरा प्रयोग नहीं कर पा रहे है।
जबकि क्लाइमेट फ्रेंडली तकनीक का इस्तेमाल करके भूमि का सही प्रयोग करना जरूरी है उन्होंने अधिक कार्बन उत्सर्जन करने वाले उद्योगों से कार्बन टैक्स वसूलने और बायो गैस-यूजर को सबसीडी देने की बात कही।