झज्जर की एक यूनिट बंद होने से बढ़ा बिजली संकट, छह सर्कल की औद्योगिक इकाई दस घंटे बंद
जागरण संवाददाता, हिसार : प्रदेश में बिजली संकट से परेशान आम आदमी को राहत नहीं मिल रही है। यमुनानगर प
जागरण संवाददाता, हिसार : प्रदेश में बिजली संकट से परेशान आम आदमी को राहत नहीं मिल रही है। यमुनानगर प्लांट की यूनिट ठीक होने के बाद शनिवार को सीएलपी झज्जर की 660 मैगावाट की एक यूनिट में खराबी आने उसे बंद कर दिया गया। इससे लोड बढ़ा तो उद्योगों पर दस घंटे का बिजली कट लगाना पड़ा। यह कट हिसार सर्कल के अलावा सिरसा, जींद, भिवानी, नारनौल और पलवल सर्कल में लगाया गया है। साथ ही एक घंटे का अर्बन फीडर पर कट लगाया गया। इससे लोड कम हुआ तो आम आदमी को गर्मी के समय में घरों में बिजली सप्लाई दी जा सकी। शनिवार को करीब 6600 मैगावाट बिजली की सप्लाई दी गई, जो शुक्रवार से ज्यादा है।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) की तरफ से घरेलू, व्यवसायिक, उद्योग, एग्रीकल्चर व अन्य जगह पर बिजली की आपूर्ति होती है। सीएलपी झज्जर में 660 मैगावाट की दो यूनिट स्थापित है। इसमें शनिवार सुबह एक यूनिट के बॉयलर की ट्यूब लीकेज होने के कारण उसे बंद करना पड़ा। एक दम प्रदेश को 660 मैगावाट की सप्लाई बंद होने पर बिजली निगम को उद्योगों पर कट लगाने के आदेश करने पड़े। ये कट दोपहर दो बजे से रात 12 बजे तक लगाया गया है। इसी प्रकार झज्जर में यूनिट को ठीक करने का काम चल रहा है, ताकि जल्द उसे शुरू किया जा सके। निगम अधिकारियों की मानें तो यमुनानगर की एक यूनिट में खराबी आई थी, जो शनिवार को ही शुरू हुई थी। बॉक्स :::
6600 मैगावाट सप्लाई दी जा रही है
डीएचबीवीएन की तरफ से शनिवार को 6600 मैगावाट बिजली की सप्लाई दी जा रही है। जबकि यूएचबीवीएन की तरफ से बिजली सप्लाई अलग है। वहीं विभाग की तरफ से शुक्रवार को 6560 मैगावाट बिजली सप्लाई की गई थी। गर्मी बढ़ने के साथ एक दिन में ही 40 मैगावाट की बिजली का लोड बढ़ गया है। यह हर रोज डिमांड के अनुसार घटता बढ़ता है। बॉक्स :::
गर्मी में कट से आम आदमी परेशान
गर्मी बढ़ने के साथ बिजली सप्लाई की मांग भी बढ़ रही है। निगम की तरफ से बिजली बनाने के प्लांट के खराबी के चलते कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दिन में तापमान तेजी से बढ़ने के साथ ही घरों, दुकानों में एसी चलने से लोड अधिक चल रहा है। इसके चलते काफी जगह ट्रांसफार्मर जलने की घटनाएं सामने आ रही हैं।