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थर्मल पावर प्लांट में कर्मचारियों के आपसी विवाद में खेदड़ गांव पूरी तरह हुआ लामबंद

संवाद सहयोगी, बरवाला : राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ में आवासीय कालोनी और खेदड़ में र

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 08:33 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 08:33 PM (IST)
थर्मल पावर प्लांट में कर्मचारियों के आपसी विवाद में खेदड़ गांव पूरी तरह हुआ लामबंद
थर्मल पावर प्लांट में कर्मचारियों के आपसी विवाद में खेदड़ गांव पूरी तरह हुआ लामबंद

संवाद सहयोगी, बरवाला : राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ में आवासीय कालोनी और खेदड़ में रहने वाले कर्मचारियों के आपसी विवाद में खेदड़ गांव पूरी तरह लामबंद हो गया है। ग्रामीणों की मांग है कि दो सितंबर को एसडीएम, डीएसपी और थर्मल प्रबंधन के समक्ष दोनों पक्षों का फैसला हुआ था। उस फैसले से आवासीय कालोनी में रहने वाले पीछे हट गए। जबकि गांव ने प्रशासन व थर्मल प्रबंधन को हमेशा की तरह सहयोग करते हुए उनकी बात को माना था। अब अगर उस फैसले से अलग कोई गलत निर्णय गांव खेदड़ के कर्मचारियों पर थोपने का प्रयास हुआ तो ग्रामीण भी आंदोलन से पीछे नही हटेंगे।

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खेदड़ के पंचायत घर में बुधवार को कली राम खेदड़ की अध्यक्षता में ग्रामीणों की पंचायत हुई। जिसमें ग्रामीणों व थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत कर्मचारियों ने भी भाग लिया। पंचायत में पूरे घटनाक्रम की जानकारी अनिल आर्य ने दी। समाजसेवी जोगी राम सिहाग ने बताया कि थर्मल पावर प्लांट में कर्मचारियों व उनके परिजनों के आने जाने के लिए थर्मल से हिसार के लिए बस की सुविधा दी हुई है। बस में गांव खेदड़ के एक कर्मचारी की लड़की बैठी हुई थी। जिसके साथ एसडीओ के बेटे ने दु‌र्व्यवहार किया और जबरदस्ती उसे बस से नीचे उतार दिया। थर्मल प्रबंधन ने उन आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय गांव खेदड़ के ही कर्मचारियों के परिजनों पर इस बस में आने जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। आरोपी कर्मचारी ही अब गांव खेदड़ के दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रहा है।

उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने बैठक में फैसला किया है कि अगर उनकी मांग को नहीं माना गया तो वे थर्मल पावर प्लांट के सामने धरने बैठेंगे। जब तक उनकी मांग को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक धरना जारी रखेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी मांग है कि खेदड़ गांव के किसी भी कर्मचारी का तबादला ना किया जाए साथ ही थर्मल की बसों में आने जाने की सुविधा दी जाए। इसके साथ ही गांव को बदनाम करने के वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। गलत तरीके की राजनीति कर रहे है कुछ लोग- जिला पार्षद

जिला पार्षद राजबीर खेदड़ ने कहा कि इतने सालों से किसी प्रकार की कोई शिकायत नही आई। आज थर्मल कालोनी में कुछ असामाजिक तत्व जो गलत तरीके की राजनीति कर रहे है। वहां के निवासियों को बरगला रहे है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और कालोनी वासियों को संयम से काम लेने के साथ ऐसे लोगों के बहकावे में नही आना चाहिए।

महिलाओं ने कहा कि गांव का माहौल पूरी तरह सुरक्षित

रीमन नैन सहित कई जागरूक महिलाओं ने कहा कि गांव का माहौल पूरी तरह सुरक्षित है। यहां के लोग जरूरतमंदों की रक्षा करने के लिए हरदम तत्पर रहते है। लेकिन थर्मल के कर्मचारियों ने गांव को बदनाम करने के लिए गलत आरोप लगाए गए हैं। गांव की लड़की के साथ कर्मचारियों ने गलत व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि अगर थर्मल पावर प्लांट द्वारा ग्रामीणों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो गांव की लड़कियों व महिलाओं को साथ लेकर थर्मल के गेट के आगे अनिश्चितकालिन धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे। गलत आरोप लगाने वाले लोगों पर हो कारवाई

इस दौरान जोगी राम सिहाग ने कहा कि गेट खुला रहे क्योंकि काफी बुजुर्ग लोग थर्मल में बने बैंक में पेंशन के लिए जाते है। कलीराम खेदड़ ने भी कहा कि गांव ने अब तक पूरी शांति बरती है। गलत आरोप लगाने वाले लोगों पर उन्होंने कार्रवाई की मांग की। पूर्व सरपंच शमशेर ¨सह ने कहा गलत आरोप लगाने वाले माफी नहीं मांगेंगे तो हम भी धरना देंगे। इस मौके पर तारा चंद नैन, अनिल आर्य, शमशेर सहारन, रामकुमार दलाल, संदीप सहारन, प्रदीप, मनोज, रामकेश,जिला पार्षद राजबीर खेदड़, चेयरमैन पवन खेदड़, सुरेश, सुमित, सुखबीर, दिनेश, शमशेर पानू, कलीराम खेदड़, सुभाष सहारण, ओमप्रकाश नंबरदार,रामस्वरूप, सुमित बिसला, धर्मवीर सिहाग, सुरेश, रामकेश, दिनेश आदि काफी संख्या में महिला व पुरूष मौजूद रहे।


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