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हिसार में कुल आबादी में से 34 फीसद की हुई कोरोना जांच, इनमें से 31 फीसद की रिपोर्ट नेगेटिव

हिसार जिले में मार्च 2020 से लेकर शुरु हुए सैंपलो की जांच की संख्या 6 लाख के करीब पहुंच गई है। अब तक 5 लाख 90 हजार 695 सैंपल की टेस्टिंग हो चुकी है। वहीं इनमें से 5 लाख 29 हजार 927 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 10:28 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 10:28 AM (IST)
हिसार में कुल आबादी में से 34 फीसद की हुई कोरोना जांच, इनमें से 31 फीसद की रिपोर्ट नेगेटिव
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हिसार, जेएनएन। हिसार में कुल 17 लाख की आबादी की तुलना में 34 फीसद लोगों के कोरोना सैंपल की जांच की हो चुकी है। जिनमें से 9 फ़ीसद संक्रमित मिल चुके हैं। वहीं 31 फीसद की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं। जिले में मार्च 2020 से लेकर शुरु हुए सैंपलो की जांच की संख्या 6 लाख के करीब पहुंच गई है। अब तक 5 लाख 90 हजार 695 सैंपल की टेस्टिंग हो चुकी है। वहीं इनमें से 5 लाख 29 हजार 927 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। यह भी एक राहत की बात है कि इतनी अधिक संख्या में रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

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जबकि इनमें से कुल 53 हजार 972 संक्रमित मिल चुके हैं। जिनमें से 52 हजार 465 स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में कोरोना से मिल रही लगातार राहत से अब सिर्फ 253 एक्टिव मामले हैं इनमें से भी करीब 156 मरीज होम आइसोलेशन में है। वही अब रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ रहा है। अब हिसार का रिकवरी रेट 97.53 पर पहुंच गया है हिसार में उच्चतम रिकवरी रेट 98 फीसद रहा है। अब फिर से रिकवरी रेट इस स्तर तक पहुंच गया है। यह भी स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों के लिए राहत की बात है कि रिकवरी रेट में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

गौरतलब है कि हिसार में कोरोला सैंपल की जांच के लिए शुरुआत में कोई लैब नहीं थी। उस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा सैंपल एकत्रित करने के बाद रोहतक मेडिकल स्थित बायोलॉजी लैब और गुरुग्राम में सैंपल जांच के लिए भेजे जाते थे। लेकिन वहां से रिपोर्ट आने में 5 से 10 दिन तक का समय लग जाता था ऐसे में हिसार में कोरोना टेस्टिंग की जरूरत महसूस हुई। जिसके बाद राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र ने पहल करते हुए अपने यहां कोरोना सैंपल की जांच की अनुमति मांगी।

सरकार ने राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान के आवेदन को स्वीकार करते हुए यहां कोरोना सैंपल की जांच के लिए अनुमति दी। जिसके बाद हिसार में पहली बार एनआरसी राष्ट्रीय अनुसंधान की लैब में कोरोना सैंपल जांच शुरू की गई। इसके बाद अग्रोहा मेडिकल में भी माइक्रोबायोलॉजी लैब स्थापित की गई। जहां सैंपल की जांच शुरू हुई। अब विभाग अपनी खुद की भी लैब स्थापित करने पर काम कर रहा है। इसके लिए जगह फाइनल हो चुकी है और बजट एस्टीमेट मुख्यालय को भेजा जा चुका है।


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