हिसार में मई के पहले 4 दिनों में ही अप्रैल के तुलना में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 4 फीसद अधिक
मई के पहले चार दिनों में ही जिले में पॉजिटिविटी दर 26 फीसद है जो बीते महीने से 4 फीसद अधिक है। ऐसे में कोरोना चेन तोड़ने के लिए मजबूत रणनीति की दरकार है वर्ना इस महीने हालात पिछले महीने से भी खराब हो सकते हैं।
हिसार/हांसी, जेएनएन। लॉकडाउन की सख्ती के बावजूद कोरोना वायरस बेकाबू है। मई के पहले चार दिनों में ही जिले में पॉजिटिविटी दर 26 फीसद है, जो बीते महीने से 4 फीसद अधिक है। ऐसे में कोरोना चेन तोड़ने के लिए मजबूत रणनीति की दरकार है वर्ना इस महीने हालात पिछले महीने से भी खराब हो सकते हैं। मई के पहले 4 दिनों में ही 4180 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, जबकि बीते पूरे महीने में 12318 केस मिले थे।
जिला हिसार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने पॉजिटिविटी दर 21 फीसद के आसपास थी। यानी कुल सैंपलिंग के 21 फीसद सैंपल पॉजिटिव मिले थे। अप्रैल में हिसार जिले में 57084 सैंपलों की जांच हुई, जिसमें से 12318 पॉजिटिव केस मिले। सबसे चौंकने वाली बात ये है कि इस साल जनवरी से लेकर मार्च के बीच पॉजिटिविटी रेट शून्य फीसद से नीचे थे, जो अप्रैल महीने में एकदम 21 फीसद पर पहुंच गया जिसकी वजह से प्रशासन के लिए स्थिति कंट्रोल करना मुश्किल हो गया। हालांकि पिछले साल नवंबर महीने में पॉजिटिविटी दर जिले में 11 फीसद थी, जिसके बाद दिसंबर महीने में सैंपलिंग बढ़ाई गई थी।
वर्तमान में हालात ये हो चुके हैं कि संक्रमित लोगों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहे हैं और बगैर ऑक्सीजन के लोग तड़पकर जान गवा रहे हैं। जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को थामने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत साफ दिख रही है। बीते एक साल की अवधि में पिछले साल दिसंबर में सबसे ज्यादा 80 हजार सैंपल हुए...उस वक्त केवल 1.5 फीसद लोग पॉजिटिव मिले।
दिसंबर में हुई थी सबसे अधिक सैंपलिंग
करीब एक साल की अवधि में जिले में 4.59 लाख से अधिक सैंपलों की जांच की गई है। बीेते दिसंबर महीने में सबसे ज्यादा 80 हजार 378 सैंपल लिए गए थे। इससे साफ स्पष्ट है कि प्रशासन उस समय भी गंभीर था और लगातार सैंपलिंग जिले में जारी थी। लेकिन पिछले महीने अचानक ही दूसरी लहर ने काबू में चल रही स्थिति को बेकाबू कर दिया।
अप्रैल रहा सबसे खराब...
पिछला महीना सबसे बुरा रहा जिसमें सबसे ज्यादा संक्रमण फैला। जिले में अब तक मिले कोरोना केसों में से 36.3 फीसद मामले अकेले बीते अप्रैल महीने में मिले। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस किस कदर अपना प्रकोप बढ़ाते हुए लोगों को संक्रमित कर रहा है। वहीं, मई महीने में हालात और ज्यादा खराब ना हो इसे लेकर प्रशासन अपने काम में जुटा है।
महीना पॉजिटिविटी रेट
जनवरी - 0.31
फरवरी - 0.18
मार्च - 0.90
अप्रैल - 21.58
मई - 26.17 (1 से 4 मई तक के आंकड़ों के अनुसार)