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हिसार निगम में पांच हजार बैलेंस सीट शून्य करने के मामले में कंपनी को नोटिस भेजने पर अटका मामला, पार्षद करेंगे मंत्रणा

बैलेंस सीट शून्य करने के मामले में नगर निगम के अफसर कंपनी बचाव में आते नजर आ रहे है। कारण है कि अभी तक जांच कमेटी इंचार्ज से लेकर पार्षदों तक ने जब पूरे दस्तावेज ही नहीं पढ़े उससे पहले स्टाफ को नोटिस थमाने की तैयारी हो रही है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 12:03 PM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 12:03 PM (IST)
हिसार निगम में पांच हजार बैलेंस सीट शून्य करने के मामले में कंपनी को नोटिस भेजने पर अटका मामला, पार्षद करेंगे मंत्रणा
प्रोपर्टी टैक्‍स की पांच हजार बैलेंस सीट शून्‍य करने के मामले में जांच तेजी से आगे नहीं बढ़ रही है

जागरण संवाददाता, हिसार : पांच हजार बैलेंस सीट शून्य करने के मामले में नगर निगम के अफसर कंपनी बचाव में आते नजर आ रहे है। कारण है कि अभी तक जांच कमेटी इंचार्ज से लेकर पार्षदों तक ने जब पूरे दस्तावेज ही नहीं पढ़े, उससे पहले स्टाफ को नोटिस थमाने की तैयारी हो रही है। उधर कंपनी के बचाव में उसे मामले से दूर रख रहे है। इस मामले की जानकारी मिलते ही सीनियर डिप्टी मेयर अनिल मानी ने जांच कमेटी की मंगलवार को बैठक बुला ली है। बैठक में अब दस्तावेज पढ़ने से लेकर कंपनी को नोटिस भेजे पर मंत्रणा होगी। आपसी मंत्रणा के बाद ही इस मामले में जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।

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अभी तक दस्तवेजों की नहीं हुई जांच, उससे पहले ही नोटिस की तैयारी

नगर निगम की जांच कमेटी इस मामले में उचित संज्ञान ले रही है। वह कदम दर कदम आगे बढ़ रही है। लेकिन पूर्व की भांति नगर निगम के अफसर इस मामले में अपने स्तर पर एक बार फिर हस्तक्षेप करने में लगे हुए है। बिना दस्तावेज जांचे ही नोटिस भेजने का फैसला लेना हैरान करने वाला है। जबकि जांच कमेटी में शामिल पार्षदों की माने तो इस मामले में निगम अफसरों और कर्मचारियों से बातचीत के बाद कंपनी प्रतिनिधि से जवाब लेना था। ऐसे में उन्हें नोटिस भेजने की जरुरत थी जबकि उसे नोटिस न भेजना अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है।

ये है मामला

15 सितंबर 2016 को नगर निगम की ओर से निजी कंपनी को एक पत्र भेजकर प्रापर्टी टैक्स की 5 हजार बैलेंस सीट शून्य कर दी गई थी। यानि इन प्रापर्टी मालिकों की ओर निगम का टैक्स बकाया था लेकिन निगम स्टाफ ने निजी कंपनी के माध्यम से टैक्स शून्य करवा दिया। पूर्व मेयर शकुंतला राजलीवाला के कार्यकाल में निगम स्टाफ द्वारा सारा खेल खेला गया था। उसी दौरान इसका खुलासा भी हो गया था। मेयर ने कंपनी से जानकारी जुटाई तब पता चला था कि 5 हजार बैलेंस सीट शून्य हुई थी। इसके बाद मेयर गौतम सरदाना की अध्यक्षता में हाउस की बैठक में जांच का प्रस्ताव पास हुआ और उसी कड़ी में जांच चल रही है। 9 जुलाई 2021 को जांच कमेटी की बैठक थी। जिसमें कमेटी ने निगम अफसरों से जांच के संबंध में रिकार्ड लिया था।

-----अभी तक पांच हजार बैलेंस सीट शून्य मामले में अफसरों व कर्मचारियों को नोटिस भेजे नहीं है। नोटिस भेजने की बात कह रहे है। इस बारे में कंपनी को भी नोटिस जाना चाहिए। जांच कमेटी में शामिल पार्षदों से इसी विषय पर मंत्रणा के लिए मंगलवार को बैठक बुलाई है। बैठक में जांच के संबंध में आगामी रणनीति बनाई जाएगी।

- अनिल मानी, सीनियर डिप्टी मेयर, नगर निगम हिसार।


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