किसान आंदोलन से घिरे पेट्रोल पंपों पर आइजीएल का सीएनजी सप्लाई से इंकार, 3 और कर्मचारियों की गई नौकरी
आंदोलन से घिरे पांच पेट्राेल पंपों पर अभी आइजीएल (इंद्रपस्थ गैस लिमिटेड) की ओर से सीएनजी की सप्लाई नहीं की जाएगी। इस बीच इन पेट्रोल पंपों से तीन और तकनीकी कर्मचारियाें की नौकरी छूट गई है। यहां से 12 कर्मचारी पहले ही हटा दिए गए थे।
बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन से घिरे पांच पेट्राेल पंपों पर अभी आइजीएल (इंद्रपस्थ गैस लिमिटेड) की ओर से सीएनजी की सप्लाई नहीं की जाएगी। एक पेट्रोल पंप के संचालक की ओर से इसके लिए आग्रह किया गया था। फिर टीम निरीक्षण के लिए पहुंची। मगर अधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब तक पेट्रोल पंपों से इतर सड़क पर भी धरना चल रहा है, तब तक यहां पर सीएनजी की सप्लाई नहीं की जा सकती। इस बीच इन पेट्रोल पंपों से तीन और तकनीकी कर्मचारियाें की नौकरी छूट गई है। यहां से 12 कर्मचारी पहले ही हटा दिए गए थे।
इस तरह से इन पेट्राेल पंपों पर अकेले 15 तो तकनीकी कर्मचारी ही हैं, जिन्हें आंदोलन के कारण अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। सेल्समैन को तब तक आने से मना किया गया है, जब तक यह आंदोलन जारी है। क्योंकि इसकी वजह से पेट्राेल पंप बंद हैं। इन पांच पेट्रोल पंपों पर अकेले डीलरों का ही दो करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। सरकार के राजस्व की जो हानि हुई है, वह इससे कई गुना ज्यादा है।
दरअसल, आंदोलन को 100 से ज्यादा दिन बीतने के बाद इन पांंच पेट्रोल पंप संचालकों में से एक के द्वारा आइजीएल से यह आग्रह किया गया था कि यदि पंप परिसर में मशीनों के आसपास ट्रैक्टर-ट्राली न हो तो यहां पर सीएनजी की सप्लाई शुरू की जाए। इसके बाद ही यहां पर टीम दौरा करने के लिए आई थी, लेकिन यहां पर जब टीम ये देखा कि आंदोलनकारियाें के ट्रैक्टर-ट्राली का जमघट पंप के अंदर तक है, तो यह स्पष्ट कर दिया कि इन हालातों में तो सीएनजी की सप्लाई की संभावना नहीं है।