अवैध निर्माण कर रहे हैं तो हो जाएं सावधान, रोहतक में 14 महिलाओं समेत 46 लोगों पर केस दर्ज
रोहतक जिला नगर योजनाकार की तरफ से आइएमटी थाने में 46 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। इसमें 14 महिलाएं भी शामिल है। जिला नगर योजनाकार ने बताया कि पिछले काफी समय से शिकायत मिल रही थी कि काफी लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : आइएमटी थाना क्षेत्र में अवैध निर्माण के काफी मामले सामने आए हैं। इसमें अधिकतर में बिना अनुमति के निर्माण कर लिए गए। मामले सामने आने के बाद जिला नगर योजनाकार की तरफ से आइएमटी थाने में 46 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। इसमें 14 महिलाएं भी शामिल है। जिला नगर योजनाकार ने बताया कि पिछले काफी समय से शिकायत मिल रही थी कि शहर के बाहरी छोर पर काफी लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा है। इसके बाद टीम को भेजकर वहां पर छानबीन कराई गई।
जांच के बाद उन लोगों की सूची तैयार की गई, जिन्होंने अवैध रूप से निर्माण कर रखा था। अवैध निर्माण करने वालों को लगातार चिन्हित किया जा रहा है। शहरी और आउटर के क्षेत्र में किसी भी हालत में अवैध निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले पांच माह में अभी तक करीब 300 से अधिक लोगों पर इस तरह का केस दर्ज कराया जा चुका है। इसके बाद भी लोग अवैध निर्माण करने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
इन लोगों पर हुआ केस दर्ज
जिन लोगों पर केस दर्ज कराया गया है उसमें इंद्रावती, रामकौर, विद्या, धनपति, साहबकौर, सुशीला, रानी, मंगलवती, अंगुरी, लक्ष्मी, आशा, विद्या, साहिबकौर, दर्शना, सोमबीर, ललित नमन, साहिल, अजय, ओमबीर, नसीब, राजेश, कृष्ण, रामदीया, विनोद, भूप सिंह, नौरंग, धर्मेंद्र, शमशेर, जोगेंद्र, सोमबीर, मीर सिंह, बिजेंद्र, नरेंद्र, सत्यनारायण, देवेंद्र, निरंजन, जगत सिंह, जिले सिंह, सिलकराम, खजान सिंह, अरविंद, भूपेंद्र, कृष्ण, हवा सिंह और सुरेश शामिल है।
अवैध कालोनी को वैध बताकर बेच दिए थे प्लाट
शहर के आउटर एरिया में अवैध कालोनियों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। शनिवार को भी शिवाजी कालोनी थाने में एक मामला दर्ज कराया गया था। सुभाष नगर निवासी पुष्पा अरोड़ा ने बताया कि राजेंद्र नगर निवासी कविता ने खुद को वैध कालोनाइजर बताया था, जिसने कन्हेली रोड पर एक कालोनी काटी थी। वहां पर पुष्पा अरोड़ा के अलावा काफी लोगों ने मकान बनाने के लिए जमीनी खरीदी थी। जमीन की बिक्री नक्शे के हिसाब से ईंंट लगाकर प्लाट नंबर बताया गया था। जबकि वह खेत की जमीन थी। कविता ने अपने पति राजेश व अधिकारियों के साथ मिलकर कुछ लोगों की रजिस्ट्री करा दी। कुछ को सेल का एग्रीमेंट ही दिया गया। बाद में पता चला कि कविता ने उनके साथ धोखाधड़ी की है।