ऑस्ट्रेलिया में छाई हिसार की शर्मिला, हॉकी मैच में तीन गोल कर भारत को दिलाई जीत
भारतीय खिलाडिय़ों की ओर से किए गए सात गोल में से तीन गोल अकेले कर अपनी टीम को जीत दिलाई। साथ ही उसने 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए अपनी दावेदारी और मजबूत कर दी है।
हिसार, जेएनएन। हिसार की बेटी और हॉकी प्लेयर शर्मिला की स्टिक का जादू आस्ट्रेलिया में छा गया। ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में आयोजित हुए 3-नेशंस टूर्नामेंट में हिसार की शर्मिला बेस्ट स्कोरर रही। उसने 4 हॉकी मैच में भारतीय खिलाडिय़ों की ओर से किए गए सात गोल में से तीन गोल अकेले कर अपनी टीम को जीत दिलाई। साथ ही उसने 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए अपनी दावेदारी और मजबूत कर दी है। वहीं हिसार की दीपिका ने भी टूर्नामेंट में अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में 3-नेशंस हॉकी टूर्नामेंट हुआ। जिसमें भारतीय महिला हॉकी टीम, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमों ने भाग लिया। यह त्रिकोणिय सीरिज 3 दिसंबर से 8 दिसंबर तक हुआ, जिसमें भारतीय टीम ने चार मुकाबले खेले। इसमें दो ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ हुए, जिसमें ऑस्ट्रेलिया की टीम के साथ भारत का एक मुकाबला ड्रा रहा। दूसरे में आस्ट्रेलिया 2-1 से जीता। वहीं न्यूजीलैंड के साथ दोनों मुकाबले भारतीय टीम ने जीते, जिसमें एक मैच 2-1 से, दूसरा 4-1 से भारत जीता। टूर्नामेंट में भारतीय टीम का बेहतर प्रदर्शन रहा, जिसके कारण वह विजेता रही। इसमें हिसार की बेटी शर्मिला की अहम भूमिका रही।
किसान परिवार की शर्मिला भारतीय टीम में चयनित
भारतीय महिला हॉकी टीम प्लेयर शर्मिला किसान परिवार से है। उसके पिता सुरेश कुमार गांव कैमरी में खेतीबाड़ी करते हैं। जबकि माता संतोष गृहिणी हैं। शर्मिला ने छठी कक्षा से हॉकी खेलना शुरू किया था। सरकारी स्कूल में पढऩे वाली शर्मिला ने कहा कि उसने कोच प्रवीना सिहाग के पास हॉकी के गुर सीखे। यहीं से हॉकी खेलना सीखा। इसके बाद चंडीगढ़ और सोनीपत की ओर से खेलते हुए खेल को और निखारा। वर्तमान में भारतीय महिला सीनियर टीम में है। शर्मिला ने कहा कि अब उसका अगला लक्ष्य 2020 टोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीतना है। खिलाडि़यों के कारण हिसार एक बार फिर सुर्खियों में बना हुआ है।