अमृतसर-कोलकाता कारिडोर में शामिल हुआ हिसार, एयरपोर्ट के इर्द गिर्द खुलेगा जॉब का पिटारा
Job Opportunities in Haryana हरियाण के हिसार को अमृतसर-काेलकाता कारिडोर में शामिल किया गया है। हिसार एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द काफी संख्या में उद्योग स्थापित किए जाएंगे। इससे यहां रोजगार का पिटारा खुलेगा। यहां औद्योगिक विकास की संभावनाएं टाटा कसल्टेंसी तलाशेगी।
हिसार, जेएनएन। हरियाणा के हिसार मे उद्योगों और रोजगार के अवसर की अपार संभावना तैयार होने वाली हैं। हिसार एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द उद्योग स्थापित होंगे और रोजगार का पिटारा खुलेगा। अमृतसर-कोलकाता फ्रेट कारिडोर के तहत पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल को औद्योगिक रूप से जोड़ने के लिए तेजी से काम चल रहा है। इस प्रोजेक्ट में हरियाणा के हिसार शहर को चुना गया है।
टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स उद्योगों की तलाश रही संभावनाएं
ऐसे में यहां औद्योगिक संभावनाओं को लेकर टाटा कंसल्टेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स (टीसीई) हिसार एयरपोर्ट के समीप के क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने के लिए पहले प्लान तैयार करेगी। अभी सर्वे होगा और फिर इस सर्वे के आधार पर मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इसके बाद इंफ्रास्ट्रक्चर आदि बनाने पर भी काम किया जाएगा।
संभावनाओं की तलाश करनेे के साथ पूरा खाका तैयार किया जाएगा कि यहां कौन-कौन से उद्योग, होटल आदि स्थापित किए जा सकते हैं। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि तो हिसार एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्रों में एविएशन सहित विभिन्न उद्योग स्थापित किए जाएंगे। यहां से उद्योगों के बनाए स्वदेशी उत्पाद विदेशों तक आसानी से सप्लाई किए जा सके।
हिसार एयरपोर्ट की फाइल फोटो।
उद्योगों के लिए 1500 एकड़ जमीन
हिसार इंटीग्रेटेड एविएशन हब यानि हिसार एयरपोर्ट की कुल जमीन 7300 एकड़ है, इस जमीन में से 1500 एकड़ भूमि उद्योगों के लिए दी जाएगी। खासकर एविएशन सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को यहां स्थापित करने की योजना पर भी काम किया जाएगा, ताकि हिसार एयरपोर्ट पर एमआरओ के काम को आसानी से किया जा सके। इसके साथ ही यहां से कनेक्टिविटी को और मजबूती मिले।
हरियाणा में भूमि है मौजूद
इस औद्योगिक कारिडोर को बनाने के लिए अलग-अलग राज्यों में प्रक्रियाएं शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में हरियाणा के हिसार में कॉरीडोर के लिए संभावनाएं अधिक हैं। इसका कारण जमीन से जुड़ा है। यहां सरकारी जमीन की अधिकता होने के बाद किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी। एयरपोर्ट और इसके आसपास के क्षेत्र में काफी क्षेत्र खाली है, जिसका प्रयोग भविष्य के परिदृश्य को देखते हुए किया जा सकता है।
इसके साथ ही इस प्रोजेक्ट के आने के बाद हिसार एयरपोर्ट के अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने की और प्रबल संभावनाएं बन गई हैं। क्योंकि अमृतसर- कोलकाता फ्रेट कारिडोर केंद्र सरकारी की महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिस पर प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर सभी की नजर बनी हुई है। यह फ्रेट कारिडोर जिन राज्यों से गुजरेगा उन्हें भी औद्योगिक रूप से आपस में जोड़ेगा।
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'' हमने हिसार में उद्योगों के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है। जल्द ही मास्टर प्लान तैयार करेंगे ताकि हिसार को औद्योगिक रूप से विकसित किया जा सके। इसमें इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास से जुड़ा काम भी किया जाएगा।
- पीके पाल, सीनियर जनरल मैनेजर, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स।
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'' अमृतसर-कोलकाता फ्रंट कॉरीडोर के तहत आने वाले शहरों को औद्योगिक रूप से विकसित किया जा रहा है। इसी के तहत हिसार एयरपोर्ट के बाहर के क्षेत्र का काम टीसीई को मिला है। वह एविएशन के साथ अन्य उद्योगों की संभावनाएं तलाशेंगे।
- अमरजीत सिंह गिल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, हिसार एयरपोर्ट।
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