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61 साल से जमीन के हजारों लीटर पानी का दोहन कर रहा नागरिक अस्पताल, कनेक्शन अप्लाई तक नहीं किया

- हर रोज होती है 40 से 50 हजार लीटर पानी की खपत - हर रोज तीन से चार हजार लोग अस्पताल में आते हैं

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 04:40 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 04:40 PM (IST)
61 साल से जमीन के हजारों लीटर पानी का दोहन कर रहा नागरिक अस्पताल, कनेक्शन अप्लाई तक नहीं किया
61 साल से जमीन के हजारों लीटर पानी का दोहन कर रहा नागरिक अस्पताल, कनेक्शन अप्लाई तक नहीं किया

- हर रोज होती है 40 से 50 हजार लीटर पानी की खपत

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- हर रोज तीन से चार हजार लोग अस्पताल में आते हैं

- विभाग की तरफ से पीने के पानी के लिए लगवाया है आरओ

- जमीन के पानी का टीडीएस 1200 तक अमित धवन, हिसार

जल ही जीवन है। तेजी से घट रहे भू-जल को जल बचाने के लिए हर कोई अपने स्तर पर कार्य कर रहा है, मगर हिसार के नागरिक अस्पताल में ऐसा नहीं हो रहा है। अस्पताल को बने 61 साल हो चुके हैं। आज भी स्वास्थ्य विभाग यहां पानी का कनेक्शन नहीं ले पाया है। यहां हर रोज दो पंपों के जरिए 40 से 50 हजार लीटर पानी निकाला जाता है। हर रोज अस्पताल में इलाज करवाने व उनके साथ आने वाले लोगों के पीने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आरओ प्लांट लगवा दिया है। साथ ही जमीन से निकलने वाले पानी को आरओ कर पीने योग्य बनाया जाता है। अब पानी का कनेक्शन मिलने में कितने साल और लगेंगे, यह देखने वाली बात है।

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दिसंबर 1957 में नागरिक अस्पताल के निर्माण के लिए फाउंडेशन स्टोन रखा था। उसके बाद निर्माण कार्य हुआ। अस्पताल का निर्माण होने के समय हरियाणा नहीं बना था। हरियाणा अलग हुआ, लेकिन आज तक नागरिक अस्पताल को पानी की सप्लाई का कनेक्शन नहीं मिल पाया। विभाग की तरफ से भी इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए। :::

50 हजार लीटर की डिमांड

हर रोज नागरिक अस्पताल में करीब 1600 मरीज जांच कराने आते हैं। उनके साथ आने वाले परिजन, अस्पताल में दाखिल मरीजों व स्टाफ के लिए 40 से 50 हजारों लीटर पानी की जरूरत होती है। इस पानी को स्वास्थ्य विभाग जमीन से निकालता है। इतने पानी का दोहन शुरू से ही चल रहा है। मांग ज्यादा होने के कारण आपूर्ति के लिए जमीन से पानी निकाला जाता है। :::

दो पंप लगाए

अस्पताल में साल दर साल पानी की मांग बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने उसी के आधार पर पानी के दोहन के लिए मोटर भी बढ़ा दी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस समय पानी निकालने के लिए 10 और साढ़े 12 हॉर्स पावर की मोटर लगाई हुई हैं। हर रोज पानी निकालकर टंकियों में भेजा जाता है। इसी प्रकार पीने के पानी के लिए आरओ प्लांट लगाया गया है। यह आरओ प्लांट एक घंटे में दस हजार लीटर तक पानी को साफ कर पीने योग्य बनाकर आगे भेजता है। यह आरओ प्लांट 2011-12 में लगाया गया है। :::

1200 टीडीएस का होता है पानी सप्लाई

जमीन से निकाले जा रहे पानी का टीडीएस भी बहुत ज्यादा है। इसका करीब 1200 टीडीएस है। पानी का टीडीएस ज्यादा होने से दांतों, पथरी सहित पेट संबंधी बीमारियां होती है। इसके अलावा आरओ प्लांट से आ रहे पानी को पीने योग्य बनाकर सप्लाई किया जाता है। उसका टीडीएस 50 से 100 के बीच में रहता है। :::

- पानी के कनेक्शन को लेकर काफी समय पहले अप्लाई किया गया था। स्टेट्स देखा जाएगा। अस्पताल को बार-बार शिफ्ट करने की बात आने के कारण कनेक्शन लेने में दिक्कत आ रही है।

- डा. दयानंद, सीएमओ, स्वास्थ्य विभाग।


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