हिसार जिले में 2022 तक हर घर में होगा पेयजल कनेक्शन, जांची जाएगी पानी की गुणवत्ता
उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने अधिकारियों को दिए निर्देश। पानी की गुणवत्ता जांचने को एनएबीएल एक्रीडेटिड लेबोरेट्री से पेयजल गुणवत्ता की जांच प्रणाली भी विकसित की जाएगी।
हिसार, जेएनएन। उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने जल जीवन मिशन के तहत जनस्वास्थ्य, सिचाई व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक ली। इसमें उन्होंने प्रत्येक घर तक पेयजल कनेक्शन पहुंचाने के लिए जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को विशेष निर्देश दिए। जिसमें अधिकारियों ने बताया कि इस समय जिले में 57 प्रतिशत घरों को वैध कनेक्शनों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। ऐसे में डीसी ने निर्देश दिए कि विभाग अभियान चलाकर रिकार्ड में नहीं दर्ज यानि अवैध कनेक्शनों को वैध कराए।
इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग तीन फेज में 2022 तक हर घर में पेयजल कनेक्शन देगा। इसके साथ ही पानी की गुणवत्ता जांचने को एनएबीएल एक्रीडेटिड लेबोरेट्री से पेयजल गुणवत्ता की जांच प्रणाली भी विकसित की जाएगी। दिसंबर 2021 तक जिला स्तर की सभी लेबोरेट्री एनएबीएल प्रमाणित होंगी।
जन स्वास्थ्य विभाग तीन चरणों में हर घर में पेयजल के कनेक्शन देगा
जनस्वास्थ्य विभाग ने जिले में तीन चरणों में विशेष अभियान के तहत शत-प्रतिशत घरों में पेयजल आपूर्ति करने का लक्ष्य प्राप्त करने की कार्ययोजना तैयार की है। डीसी ने बताया कि पहले चरण में वर्तमान 57 फीसद घरों से बढ़ाकर 70 प्रतिशत घरों तक पेयजल आपूर्ति करने के लिए सभी आवश्यक कार्यों का एस्टीमेट 31 जनवरी तक तैयार किया जाएगा तथा इन सभी प्रस्तावित कार्यों को 31 जून तक पूर्ण किया जाएगा। इसके तहत नलों पर टैप लगाने व अन्य सामान्य कार्य शामिल किए गए हैं।
पेयजल की गुणवत्ता का रखें ध्यान
आपूर्ति किए जाने वाले पेयजल की मात्रा के साथ गुणवत्ता की ओर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है। इसके लिए उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डा. जितेंद्र शर्मा को नियमित रूप से जनस्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर पेयजल की गुणवत्ता जांच करवाते रहने को कहा। उपायुक्त ने कहा कि जिले में वैध कनेक्शनों के माध्यम से प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 55 लीटर पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
दूसरे फेज का काम मार्च से होगा शुरू
मिशन के दूसरे चरण में आवश्यक एस्टीमेट 31 मार्च तक तैयार करते हुए यह कार्य 30 जून 2021 तक पूर्ण किए जाएंगे। इस चरण में पाइप लाइन डालने जैसे मध्यम श्रेणी के कार्य किए जाएंगे और इस चरण में 80 प्रतिशत घरों तक पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
तीसरे फेज में जिले में शत प्रतिशत पेयजल कनेक्शन होंगे
तीसरे चरण में शत-प्रतिशत घरों तक पेयजल कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आवश्यकता अनुसार जलघर व बूङ्क्षस्टग स्टेशन आदि के एस्टीमेट 30 जून 2020 तक तैयार किए जाएंगे जिन्हें पूरा करने का लक्ष्य 30 जून 2022 तक रखा गया है।