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Hisar Coronavirus Update: हिसार में अब सिर्फ 264 एक्टिव मरीज, मगर अभी सावधानी है जरूरी

अब तक जिले में कुल 53731 कोरोना केस मिल चुके हैं। इनमें से 52274 स्वस्थ हुए हैं। रिकवरी रेट 97.29 पर पहुंच गया है। पहली लहर में 327 मौतें भी हुई थी। जबकि दूसरे में अब तक 738 मौतें हो चुकी हैं। कुल मिलाकर हिसार में 1065 मौत हो चुकी

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 12:59 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 12:59 PM (IST)
Hisar Coronavirus Update: हिसार में अब सिर्फ 264 एक्टिव मरीज, मगर अभी सावधानी है जरूरी
हिसार में कोरोना के केस लगातार कम होते जा रहे हैं, स्थिति में सुधार हो रहा है

हिसार, जेएनएन। हिसार में कोरोना से लगातार राहत मिल रही है। जिले में अब होम आइसोलेशन में सिर्फ 264 मरीज है जबकि हिसार में कुल एक्टिव मरीज 392 है। हिसार में अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा भेजी गई होम आइसोलेशन किट 1680 मरीजों को उपलब्ध करवाई जा चुकी है। विभाग ने शुरुआत में 5000 किट की डिमांड की थी। उस दौरान जिले में इतने ही एक्टिव मरीज थे। गौरतलब है मई महीने में कोरोना पीक पर था उस समय जिले में 8800 एक्टिव केस थे। यह हिसार में अब तक के सबसे अधिक एक्टिव केस रहे हैं।

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15 मई के बाद जिले में कोरोना से लगातार राहत मिली है शनिवार को भी जिले में कोरोना के महज 40 केस मिले थे। अब तक जिले में कुल 53731 कोरोना के मामले मिल चुके हैं। इनमें से 52274 स्वस्थ हुए हैं। जिससे रिकवरी रेट 97.29 पर पहुंच गया है। वहीं हिसार में पहली लहर में 17147 मामले मिले थे। जबकि दूसरी लहर में अब तक पहली लहर से दोगुने 36583 मामले मिल चुके हैं।

पहली लहर में 327 मौतें भी हुई थी। जबकि दूसरे में अब तक 738 मौतें हो चुकी हैं। कुल मिलाकर हिसार में 1065 मामले मिल चुके हैं। इधर स्वास्थ्य विभाग अब कोरोना से तीसरी लहर में बचाव के लिए तैयारियों में जुट गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुख्यालय से अतिरिक्त स्टाफ की मांग की गई है। साथ ही मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।

सिविल अस्पताल में वेंटिलेटर बढ़ाने बच्चों का आइसोलेशन वार्ड बनाने और बच्चों के डॉक्टरों के ग्रुप बनाने पर काम चल रहा है डिप्टी सिविल सर्जन डॉ अनामिका विश्नोई ने बताया कि तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा अधिक है। क्योंकि उनका वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है। इसी के चलते इस बार बच्चों के उपचार के लिए सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं ताकि समय रहते तैयारियां पूरी कर आने वाले संकट से बचा जा सके। जिले में दूसरी लहर में देखने में आया है कि ऑक्सीजन बेड वेंटिलेटर बेड की कमी से हिसार को जूझना पड़ा है। कोरोना की अगली लहर में से बचाव के प्रयास किए जा रहे हैं।


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