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Hisar Coronavirus Update: हिसार में 16348 हुई कोरोना मरीजों की संख्‍या, 281 लोगों की हो चुकी मौत

हिसारर में कोरोना के 16348 मामले हो गए हैं जबकि 15489 मरीज स्वस्थ हुए हैं। अब 578 एक्टिव मरीज हैं। इधर मौत का आंकड़ा 281 पर पहुंच गया है। राहत की बात है कि 29 नवंबर से 6 दिसंबर तक जिले में प्रतिदिन केस आने की औसत 68 रही है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 10 Dec 2020 07:56 AM (IST)Updated: Thu, 10 Dec 2020 07:56 AM (IST)
Hisar Coronavirus Update: हिसार में 16348 हुई कोरोना मरीजों की संख्‍या, 281 लोगों की हो चुकी मौत
हिसार में कोरोना केसों में रिकवरी रेट 94.75 फीसद पर है।

हिसार, जेएनएन। हिसार जिले में कोरोना के 88 मामले मिले। वहीं 6 लोगों की मौत हो गई। इनमें बुधवार को मौत का एक मामला सामने आया है, वहीं बाकी पांच मौत ऑडिट होने के बाद पोर्टल पर अपडेट हुई हैं। कोरोना के अब 16348 मामले हो गए हैं, जबकि 15489 मरीज स्वस्थ हुए हैं। रिकवरी रेट 94.75 फीसद पर है। अब 578 एक्टिव मरीज हैं। इधर मौत का आंकड़ा 281 पर पहुंच गया है।

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हालांकि राहत की बात है कि 29 नवंबर से 6 दिसंबर तक जिले में प्रतिदिन केस आने की औसत 68 रही है। वहीं एक दिसंबर से अब तक प्रतिदिन 100 से कम मामले सामने आए हैं। इसमें सीएमओ डा. रत्नाभारती, डिप्टी सीएमओ डा. जया गोयल, डा. सुभाष खटरेजा, डा. रमेश पूनिया सहित अन्य कर्मचारियों ने विशेष भूमिका निभाई है।

 डिप्टी सीएमओ डा. जया गोयल ने बताया कि उकलाना मंडी निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग, पीएलए निवासी 80 वर्षीय वृद्ध, सातरोड खास निवासी 64 वर्षीय व्यक्ति और कैंप चौक स्थित ग्रीन पार्क निवासी 68 वर्षीय व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं सेक्टर 13 निवासी 70 वर्षीय वृद्धा की भी उपचार के दौरान मौत हो गई। उपरोक्त मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया था।

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कोरोना में अगर निमोनिया हो तभी होता है अधिक खतरा : डा. मधु

सपरा अस्पताल से डा. मधु ने बताया कि कोविड-19 के बहुत से केस जिले में आए हैं। इसमें प्रत्येक मरीज बीमार नहीं होता। बीमार वहीं होता है, जिसे निमोनिया हो जाता है। खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों को अधिक समस्या नहीं आती है, लेकिन शुगर, किडनी, हार्ट या अन्य बीमारियों वाले मरीजों की जल्द जांच होनी चाहिए। मरीजों को तीसरे से 5वें दिन डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। हाई रिस्क वाले मरीजों को जल्द डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए। हालांकि निमोनिया होने के बाद भी कई मरीज स्वस्थ हो जाते हैं। अस्पताल में दाखिल मरीजों को खाने से पहले पेट के बल लेटना चाहिए। ऐसा आधे से दो घंटे तक करें। इससे फेफड़ों में ऑक्सीजन पूरी तरह से पहुंचती है, जिससे कोरोना मरीजों को लाभ हो सकता है। शुगर और इंफेक्शन से मरीजों को बचाना है।


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