Hisar coronavirus Case: हिसार में महीने के आखिरी दिन 31 अगस्त को नहीं मिला कोई कोरोना केस,
हिसार जिले में 15 दिनों में कोरोना केस केवल तीन दिन ही मिले हैं। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ तरूण ने बताया कि मंगलवार को जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। जिले में एक एक्टिव है तथा रिकवरी रेट 97.89 प्रतिशत है।
जागरण संवाददाता, हिसार । हिसार में बीते 15 दिनों में कोरोना केस केवल तीन दिन ही मिले हैं। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ तरूण ने बताया कि मंगलवार को जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। जिले में एक एक्टिव है तथा रिकवरी रेट 97.89 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक 6 लाख 95 हजार 228 लोगों की जांच की जा चुकी है, जिसमें संक्रमण के कुल 53 हजार 980 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक कुल 52 हजार 839 लोग कोरोना से रिकवर हो चुके हैं। डिप्टी सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में कोरोना से अब तक कुल 1140 लोगों की मौत हुई है। कोरोना की पिछले वर्ष की पहली लहर में 327 और इस वर्ष की दूसरी लहर में 813 लोगों की मृत्यु हुई है। पहली लहर में संक्रमण के 17 हजार 147 जबकि दूसरी लहर में अब तक 36 हजार 833 मामले दर्ज किए गए हैं।
डेंगू व मलेरिया से बचने के लिए सावधानी बरते नागरिक : सिविल सर्जन
हिसार । सिविल सर्जन डॉ रत्ना भारती ने जिले के लोगों से डेंगू व मलेरिया से बचाव को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस मौसम में ये बीमारियां फैलने का सबसे ज्यादा अंदेशा होता है। इसलिए नागरिक अपने घरों के आसपास गंदा/बरसाती पानी खड़ा न रहने दें। गंदे पानी के खड़े रहने से मच्छरों के पनपने की आशंका बनी रहती है। इससे डेंगू व मलेरिया फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा जिले में ब्लड स्लाइड कलेक्शन जांच की जा रही है। डेंगू के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अचानक तेज सिर दर्द व बुखार का होना, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द होना, जी-मिचलाना एवं उल्टी आना, गंभीर मामलों में मुंह, मसूड़ों से खून आना, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोकि आँखों को घुमाने से बढ़ता है, तथा त्वचा पर चकत्ते उभरना डेंगू की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति में मलेरिया व डेंगू के लक्षण नजर आते हैं तो वे तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच अवश्य करवाए।
सिविल सर्जन ने बताया कि मलेरिया व डेंगू से बचने के लिए पानी की टंकियों व हौदियों के ढक्कन हमेशा बंद रखें, घरों के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें, सप्ताह में एक बार कूलर को खाली करके अवश्य सुखायें, यदि कूलर खाली न हो सके तो उसमें एक बड़ा चम्मच टेमिफोस/ डीजल व पेट्रोल डालें। टूटे-फूटे बर्तन, टायर इत्यादि खुले में न रखें, इनमें बरसात का पानी इक्कठा रहने पर मच्छर पैदा होने का खतरा बना रहता है।