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भारत में पहली बार हिसार एयरपोर्ट के नाम हुई बड़ी उपलब्धि, दिल्‍ली के लिए बनेगा रीढ़ की हड्डी

केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने हिसार एयरपोर्ट को लेकर एनवायरन्मेंट क्लीयरेंस दे दी है। खास बात यह है कि देश में पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रोजेक्ट को महज तीन से चार माह के अंतराल में सबसे तेज और बिना किसी रूकावट के एनवायरन्मेंट क्लीयरेंस मिली है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 03:03 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 03:03 PM (IST)
भारत में पहली बार हिसार एयरपोर्ट के नाम हुई बड़ी उपलब्धि, दिल्‍ली के लिए बनेगा रीढ़ की हड्डी
रिकार्ड टाइम में चयनितों काम को पूरा कर दिल्ली के कार्गो हवाइ जहाज यहां उतारने की तैयारी चल रही है।

हिसार, जेएनएन। हिसार एयरपोर्ट को लेकर पिछले दिनों खूब राजनीति हुई कि यहां से हवाई जहाज उड़ेंगे या नहीं। मगर यह सपना साकार होता दिख रहा है। इसको लेकर कई नई अपडेट आ रही हैं। हाल ही में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की तरफ से मिली मंजूरी के बाद तो इस बात पर मोहर लग गई है। दूसरे फेज में हवाई पट्टी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। ऐसे में रिकार्ड टाइम में इस काम को पूरा कर दिल्ली के कार्गो हवाइ जहाज यहां उतारने की तैयारी चल रही है। एक साल में इस कार्य को पूरा करने का टारगेट रखा गया है। पट्टी के निर्माण के लिए भारी संख्या में श्रमिकों व मशीनरी का प्रयोग  किया जा रहा है।

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देश में पहली बार किसी एयरपोर्ट को बिना रुकावट मिली क्लीयरेंस

केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने हिसार एयरपोर्ट को लेकर एनवायरन्मेंट क्लीयरेंस दे दी है। एनवायरन्मेंट क्लीयरेंस मिलने के बाद अब दूसरे फेज के निर्माण कार्यों को शुरू कराया जा सकेगा। खास बात यह है कि देश में पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रोजेक्ट को महज तीन से चार माह के अंतराल में सबसे तेज अौर बिना किसी रूकावट के एनवायरन्मेंट क्लीयरेंस मिली है। इस प्रोजेक्ट के लिए अब यह तय हो गया कि 7200 एकड़ जमीन का प्रयोग किया जाएगा। अभी तक बिहार चुनाव के कारण एनवायरन्मेंट क्लीयरेंस आने में समय लग रहा था। मगर शुक्रवार को एनवायरन्मेंट क्लीयरेंस मिल गई। इसके साथ ही एयरपोर्ट पर रनवे के विस्तार के काम में तेजी आएगी।

--एयरपोर्ट पर यह होंगी सुविधाएं

एयरपोर्ट पर पेसेंजर एवं कार्गो टर्मिनल बिल्डिंग, रनवे, टैक्सी वे, एप्रोन सिस्टम, एयरफील्ड लाइटिंग सिस्टम, एयर ट्रेफिक कंट्रोल टॉवर, एयरपोर्ट सपोर्ट फेसिलिटी, यूटिलिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर रोड, स्टाफ एकमंडेशन, कार पार्किंग, पाॅवर सप्लाई सिस्टम, ड्रेनेज सिस्टम, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट आदि का निर्माण कराया जाएगा।

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दूसरे फेज के निर्माण के लिए यह होंगे संसाधन प्रयोग

पानी का प्रयोग - 860 केएलडी

साफ पानी- 418 केएलडी

रीसाइकिल पानी- 442 केएलडी

पानी की उपलब्धता- सिंचाई विभाग कराएगा

कचरा निकलेगा- 5156 किलोग्राम प्रति दिन

एयरपोर्ट का कचरा- 576 किलोग्राम प्रति दिन

कचरा उठान- नगर निगम

दूसरे फेज के लिए समय- वर्ष 2024

प्रोजेक्ट की लागत- 946 करोड़ रुपये

रोजगार की क्षमता- 3640 (ऑपरेशन फेज) व 500 निर्माणाधीन फेज


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