जांच पर रोक लगाने की मुनमुन दत्ता की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 4 अगस्त को
हांसी तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम अभिनेत्री मुनमुन दत्ता द्वारा अनुसूचित समाज के खिलाफ की गई थी टिप्पणी।
संवाद सहयोगी, हांसी : तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम अभिनेत्री मुनमुन दत्ता द्वारा अनुसूचित समाज के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद उनके खिलाफ हांसी में दर्ज मुकदमे जांच पर रोक लगाने व एफआईआर खारिज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर सुनवाई अब 4 अगस्त को होगी। इससे पहले 23 जून को सुप्रीम कोर्ट की बैंच ने बाकी चार राज्यों में मुनमुन दत्ता के खिलाफ दर्ज मुकदमों की जांच पर रोक लगा दी थी। आपको बता दें कि मुनमुन दत्ता ने दायर याचिका में कहा है कि वह पश्चिम बंगाल के छोटे से कस्बे से आती हैं और लोअर मिडल क्लास के सदस्य हैं। दत्ता की तरफ से यह भी कहा गया है कि उसके पिता की मौत 2018 में हो चुकी है और उसकी मां कई तरह की बीमारियों से जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और एंजायटी से ग्रस्त है। उन्होंने कहा कि जिस वीडियो के बारे में उसकी शिकायत की गई है उस समय उसे उस शब्द का अर्थ उसे मालूम नहीं था और जैसे ही उससे मालूम हुआ उसके द्वारा उक्त वीडियो तुरंत हटा दी गई तथा ट्विटर पर इस बारे में उसने माफी भी मांगी। अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में 4 अगस्त को सुनवाई होगी। वहीं शिकायतकर्ता एडवोकेट रजत कल्सन का कहना है कि वह इस मामले में 4 अगस्त को अदालत में पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे तथा अदालत के समक्ष मुनमुन दत्ता की याचिका का विरोध करके मुकदमें में दर्ज धाराओं के मुताबिक गिरफ्तार कराने की मांग रखेंगे। गौरतलब है कि शिकायतकर्ता रजत कलसन ने इससे पहले क्रिकेटर युवराज सिंह, बाबा रामदेव व फिल्म अभिनेत्री युविका चौधरी के खिलाफ भी अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम में दर्ज करवा रखी है।