सिरसा में मास्क के चालान में गोलमाल के मामले में नया मोड़, आरोपित ने फेसबुक लाइव पर लगाए गंभीर आरोप
सिरसा में लॉकडाउन के दौरान मास्क के चालान के जुर्माने में गड़बड़ी सामने आई थी। स्वास्थ्य विभाग के इंस्पेक्टर दविंद्र मोंगा पर आरोप लगे थे। तीन को मास्क चालान संबंधित रिपोर्ट सौंपनी थी। सुबह मोंगा ने फेसबुक पर लाइव होकर प्रताड़ना के आरोप लगाए। सुसाइड नोट भी छोड़ा।
सिरसा, जेएनएन। तीन दिन पहले चर्चित हुए वर्ष 2020 के मास्क चालान मामले में सोमवार को नया मोड़ आ गया। नोटिस दिए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के इंस्पेक्टर दविंद्र मोंगा सोमवार को फेसबुक पर लाइव आया और सुसाइड करने की बात कही। मोंगा नहर पुल पर खड़े दिखाई दे रहे हैं और पीछे नहर बहती दिखाई दे रही है।
लाइव के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक डा. प्रमोद शर्मा तथा अकाउंट ब्रांच के राजेश भारद्वाज व एओ प्रेमचंद पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए। सिविल सर्जन ने कहा कि मास्क चालान को लेकर दविंद्र मोंगा को नोटिस जरूर दिया गया था तथा उसने तीन मई तक रिकार्ड देने की बात कही थी। इस प्रकरण में दविंद्र मोंगा के भाई सुखदर्शन उर्फ लवली मोंगा ने बताया कि उन्हें पंजाब की रूपनगर जिला की भरतगढ़ पुलिस से सूचना मिली है कि भाखड़ा नहर के समीप उनके भाई की कार मिली है। कार में उसका मोबाइल, जूते तथा दो पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। उसने बताया कि वे पंजाब जा रहे हैं, उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
कार में मिला सुसाइड नोट
वहीं इस संबंध में भरतगढ़ चौकी पुलिस प्रभारी केवल सिंह ने बताया कि उन्हें सुबह भाखड़ा नहर के समीप कार मिली है, जिसमें सुसाइड नोट व अन्य सामान बरामद हुआ है। इस बारे में उन्होंने कार मालिक के स्वजनों को सूचित किया है। अभी मामले की जांच कर रहे है।
सुसाइड नोट में लिखा बीमार था 26 तक ली थी मेडिकल लीव
सिरसा के प्रेम नगर निवासी इंस्पेक्टर दविंद्र मोंगा पिछले कई दिनों से बीमार थे और इसके चलते मेडिकल लीव पर चल रहे हैं। उनका मेदांता अस्पताल में उपचार चल रहा था। सुसाइड नोट में मोंगा ने लिखा है कि उन्होंने बीती 19 मई को वैक्सीन लगवाई थी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने 26 मई तक मेडिकल लीव ले रखी थी। इस दौरान उन्हें विभाग की तरफ से नोटिस दिए गए। उनसे वर्ष 2020 में लॉकडाउन की अवधि में पुलिस व अन्य विभागों द्वारा बिना मास्क के काटे गए चालान संबंधित जानकारी देने को कहा गया। उन्होंने कहा कि वह स्वस्थ होने के उपरांत तीन जून 2021 तक मास्क चालान का सारा रिकार्ड प्रस्तुत कर देंगे।
इन पर लगाए तंग करने के आरोप
नोट में डा. प्रमोद शर्मा, राकेश भारद्वाज क्लर्क व अकाउंट ऑफिसर प्रेमचंद पर तंग करने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि इनकी मिलीभगत के कारण उनकी तीन महीने की सैलरी नहीं मिली। राकेश भारद्वाज उनसे यूजर मनी स्टोर का चार्ज लेना चाहता है और दबाव बना रहा है। आरोप लगाए कि तीनों ने मिलकर उन्हें बदनाम किया है।
सिविल सर्जन बोले- वायरल वीडियो की जानकारी नहीं
सिविल सर्जन डॉ. मनीष बांसल ने कहा कि वायरल वीडियो की उन्हें जानकारी नहीं है। वे मोंगा से एक बार ही मिले हैं। लॉकडाउन की अवधि के दौरान चालान राशि जमा करवाने का चार्ज मोंगा के पास था। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस भेजकर दविंद्र मोंगा से जानकारी मांगी थी। उसने लिखित में तीन मई तक रिकॉर्ड प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया है। चालान के रूप में करीब 85 लाख रुपये जमा हुए हैं। विभिन्न विभागों से कॉपियां आने के बाद ही ऑडिट करवाकर ही पता चल पाएगा कि कितने के चालान काटे गए और कितनी राशि जमा हुई है। उधर इस प्रकरण के नागरिक अस्पताल में दिनभर चर्चे रहे। दविंद्र मोंगा द्वारा प्रताड़ना का आरोप लगाने वाले चिकित्सक व स्टाफ भी चुप्पी साधे दिखाई दिए।
भाई बोला परसों गया था पंचकूला, सुबह भी की थी बात
दविंद्र मोंगा के भाई सुखदर्शन सिंह ने बताया कि उनका भाई दविंद्र मोंगा इलाज करवाने के लिए दो दिन पहले पंचकूला गया था। रात में भी उसने परिवारजनों से बात की थी और सोमवार सुबह भी फोन पर बात हुई थी। इस दौरान कुछ ऐसा नहीं लग रहा था कि भाई ऐसा कदम उठा लेगा। सुबह नौ बजे के करीब उसका भाई फेसबुक पर लाइव हुआ। जिसमें उसके पीछे नहर बहती हुई दिखाई दे रही थी। उन्हें नहीं मालूम वह कौन सी जगह थी। इसके कुछ देर बाद उन्हें पंजाब की रूपनगर जिले की भरतगढ़ पुलिस ने संपर्क कर बताया कि उसके भाई की कार व मोबाइल नहर के समीप बरामद हुए है। कार में से सुसाइड नोट भी मिला है।