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एचएयू में सेक्शन ऑफिसर का पेपर लीक, जीजेयू, एचएयू और लुवास में भर्ती व नियुक्ति पर सवाल

यह परीक्षा दिल्ली के वजीराबाद स्थित एक सेंटर में चल रही थी। उम्मीदवारों के अनुसार सेंटर में कंप्यूटर हैंग कर परीक्षा में धांधली हुई है। इस कारण उन्होंने परीक्षा बीच में ही छोड़ दी

By manoj kumarEdited By: Published: Mon, 25 Feb 2019 11:30 AM (IST)Updated: Mon, 25 Feb 2019 11:30 AM (IST)
एचएयू में सेक्शन ऑफिसर का पेपर लीक, जीजेयू, एचएयू और लुवास में भर्ती व नियुक्ति पर सवाल
एचएयू में सेक्शन ऑफिसर का पेपर लीक, जीजेयू, एचएयू और लुवास में भर्ती व नियुक्ति पर सवाल

हिसार, जेएनएन। शहर के तीनों विश्वविद्यालयों में आए दिन अलग-अलग भर्तियों और नियुक्तियों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) की सेक्शन ऑफिसर की भर्ती लीक होने के आरोप लगे हैं। यह परीक्षा दिल्ली के वजीराबाद स्थित एक सेंटर में चल रही थी। उम्मीदवारों के अनुसार सेंटर में कंप्यूटर हैंग कर परीक्षा में धांधली हुई है। इस कारण उन्होंने परीक्षा बीच में ही छोड़ दी। इस दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ और पुलिस ने पहुंचकर मामला शांत करवाया।

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उधर, गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) में रजिस्ट्रार डा. अनिल कुमार पुंडीर को डीन ऑफ कालेज नियुक्त कर दिया गया है। इस पद पर साक्षात्कार से पहले पानीपत के आरटीआइ एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने राज्यपाल और सीएम को भेजी शिकायत में कहा था कि उप-कुलपति टंकेश्वर कुमार ने अपने चहेते रजिस्ट्रार को डीन ऑफ कालेजेज नियुक्त कराने के लिए निर्धारित नियमों, शर्तों में भारी तब्दीली की है। जनवरी में साक्षात्कार के बाद अब कार्यकारी परिषद की बैठक में रजिस्ट्रार डा. अनिल कुमार पुंडीर को डीन ऑफ कालेजेज नियुक्त कर दिया गया। हालांकि अभी तक उन्होंने ज्वाइन नहीं किया है।

1.  एचएयू - डेढ़ घंटे देरी से स्टार्ट किया था पेपर

एचएयू में सेक्शन ऑफिसर की भर्ती परीक्षा देने गए उम्मीदवारों के अनुसार दिल्ली में वजीराबाद के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित स्कोर हाई नामक सेंटर पर परीक्षा 10 बजे से साढ़े 11 बजे के बीच होनी थी, लेकिन परीक्षा साढ़े 11 बजे शुरू हुई। सेंटर में पहले तो एग्जामिनर और स्टाफ मेंबर मोबाइल लेकर घूमते रहे। उम्मीदवारों ने विरोध किया तो अन्य स्टाफ सदस्यों ने आकर मामला शांत करवाया। कुछ ही देर बाद 90 फीसद उम्मीदवारों के कंप्यूटर हैंग हो गए और टाइम चलता रहा। उम्मीदवारों ने इसका विरोध किया तो एग्जामिनर ने कहा कि टेक्निक्ल एरर है।

उम्मीदवारों के अनुसार इस दौरान कुछ विद्यार्थियों के कंप्यूटर चलते रहे और उन्होंने अपना आधे से अधिक पेपर पूरा कर लिया। उम्मीदवारों के अनुसार लंबे समय तक भी जब उनके कंप्यूटर नहीं चले तो हंगामा हो गया। सेटर पर 2 कंप्यूटर भी तोड़ दिए गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने उम्मीदवारों को शांत करवाया। इसके बाद पुलिस व सेंटर के स्टाफ सदस्यों ने एक एप्लीकेशन लिखवाई कि कंप्यूटर में टेक्नीकल एरर थी। इस कारण उनकी परीक्षा रद की जाए। उम्मीदवारों ने कहा कि उनकी परीक्षा सेंटर में मोबाइल और पेन ड्राइव ले जाने और कंप्यूटर हैंग होने की समस्या को दबा दिया गया।

--एक सेंटर से शिकायत मिली है। किस स्तर पर दिक्कत आई है यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा। पूरी घटना की जानकारी हमारे ऑब्जर्वर यहां पहुंचने के बाद ही दे पाएंगे। मामले में जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई करेंगे।

डा. एमएस सिद्धपुरिया, परीक्षा नियंत्रक, एचएयू

2.  जीजेयू - चयन से पहले बदली शर्तें और योग्यता

गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी में डीन ऑफ कॉलेजेज के चयन के लिए साक्षात्कार होने से पहले ही बवाल खड़ा हो गया था। एक आरटीआइ एक्टिविस्ट डा. पीपी कपूर ने चयन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए राज्यपाल व मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर कहा था कि विवि के रजिस्ट्रार को डीन ऑफ कालेजेज लगाया जाएगा। वहीं विश्वविद्यालय की टीङ्क्षचग एसोसिएशन गजुटा भी इस भर्ती पर मनमानी का आरोप लगा रही थी।

डा. पीपी कपूर के अनुसार निर्धारित प्रोफेसर ग्रेड 10 हजार रुपये की शर्त को बदल कर नौ हजार रुपये कर दिया था। इसके साथ प्रोफेसर के 10 वर्ष के अनुभव की शर्तों को एसोसिएट प्रोफेसर और पांच साल के अनुभव में तब्दील कर दिया। यही नहीं, इस मामले को अकेडमिक ब्रांच से एस्टेबलिसमेंट ब्रांच में भेज दिया गया और यह पोस्ट टीङ्क्षचग से नॉन टीङ्क्षचग की बन गई। जिससे यह यूजीसी के नियमों के दायरे से बाहर हो गई। अब साक्षात्कार के परिणाम में विवि के रजिस्ट्रार डा. अनिल कुमार पुंडीर को प्रथम स्थान पर रखा गया है।

--मैंने अभी ज्वाइन नहीं किया है। पहले यमुनानगर से एनओसी लानी होगी। इसके बाद ही ज्वाइंनिंग का देखेंगे।

- डा. अनिल कुमार पुंडीर, रजिस्ट्रार, गुजवि।

3. लुवास - मैसेंजर भर्ती परीक्षा लीक के आरोपी को जेल भेजा

लुवास में मैसेंजर की भर्ती परीक्षा में गिरफ्तार टॉपर सुमित कुमार को पुलिस ने रविवार को एक दिन के रिमांड के बाद अदालत में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपित के अनुसार उसने स्वयं परीक्षा नहीं दी थी। गांव हिंदवान के राकेश ने उसके साथ 5-7 लाख रुपये में डील की थी। उसी ने किसी और से उसकी परीक्षा दिलवाई। वहीं पुलिस मान रही है कि राकेश भी मोहरा है, असल मास्टरमाइंड कोई और ही होगा। 10 फरवरी को हुई इस परीक्षा में एक उम्मीदवार ने फोटो खींचकर बाहर भेज दी थी और बाहर से उसके आंसर भी आ गए थे। ये फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गए। जबकि प्रश्नपत्र वापस ले लिया जाता है। फोटो बाहर जाने पर विवि प्रशासन ने 20 फरवरी को एफआइआर दर्ज करवा दी थी।

--लुवास में परीक्षा लीक भर्ती के टॉपर सुमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। हम उसके साथ डील करने वाले और परीक्षा देने वाले व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं।

- रमेश कुमार, एसएचओ, सेक्टर 9-11 अर्बन थाना।


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