एचएयू के विज्ञानी खेती में पानी बचाने पर करेंगे रिसर्च
बैठक के दौरान कृषि विज्ञानियों ने मधुमक्खी पालन की आधुनिक तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया। इस दौरान किसानों से बागवानी के क्षेत्र में भी फलों की उन्नत किस्मों को अपनाते हुए आगे बढ़ने की अपील की। साथ ही मशरूम की विभिन्न किस्मों को लेकर भी चर्चा की जिनकी मौजूदा समय में औषधीय महत्ता बढ़ रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर यूनियन ने सोमवार को जिला प्रधान कलावती की अध्यक्षता में लघु सचिवालय परिसर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद यूनियन सदस्यों ने सीटीएम प्रीतपाल को अपनी मांगों को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से तीन से छह वर्ष तक के बच्चों के लिए प्ले स्कूल खोलकर एनजीओ को देने की कह रही है। सरकार निजीकरण के माध्यम से आंगनबाड़ियों को बंद करना चाहती है। इसके खिलाफ आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्पर विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अधिकांश बच्चे जरूरतमंद परिवारों के आते है, लेकिन गरीब लोगों के पास वाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए स्मार्टफोन नहीं है। जिसके पास स्मार्टफोन है वो लोग मजदूरी पर जाते है। ऐसा करके गरीब लोगों के साथ धोखा किया जा रहा है। सरकार ने आंगनबाड़ी वर्करों को न तो फोन दिए हैं और न ही कोई खर्च दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्ले-वे स्कूल प्राइवेट संस्थाओं को सौंपने का फैसला सरकार वापस नहीं लेती है तो प्रदेश की वर्कर आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगी। पीएमएमपीवाइ के फार्म भरने को आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों को जो पैसा मिलता है वो पैसा आज तक नहीं दिया है। वर्ष 2018 से 2020 का फलैक्सी फंड व पोषण का पैसा भी नहीं दिया है। प्रधानमंत्री ने मन की बात मं आंगनबाड़ी वर्करों को 1500 रुपये व हेल्पर को 750 रुपये लागू किए थे। उस राशि का जल्द भुगतान किया जाए।