एशियाई खेलों दुआ और दम से तिरंगा लहराने को तैयार हरियाणवी पहलवान
अगले माह इंडोनेशिया के जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स में हरियाणा के पहलवान विदेशी धरती पर चुनौती देने को तैयार हैं।
अरुण शर्मा, रोहतक। अगले माह इंडोनेशिया के जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स में हरियाणा के पहलवान विदेशी धरती पर चुनौती देने को तैयार हैं। यह भी तय है कि आगामी प्रतियोगिता में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। इसमें पहलवान सुशील कुमार, बजरंग पूनिया व मौसम खत्री को ईरान, कजाकिस्तान, कोरिया व जापान से चुनौती मिलने के आसार हैं, जबकि महिला पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट व पिंकी आदि के मेडल जीतने की राह में जापान, मंगोलिया और चीन खड़े होंगे।
फिलहाल हमारे पहलवान विदेशी खिलाड़ियों के दांव-पेंच से पार पाने के लिए तुर्की में विशेष प्रशिक्षण ले रहे हैं। यहां बता दें कि 18 अगस्त से दो सितंबर तक एशियन गेम्स शुरू हो रहे हैं, जबकि कुश्ती के मुकाबले 19 से 22 अगस्त तक होंगे। नीलकंठ में दुआ मांगकर आई साक्षी की मां सुदेश का कहना है कि 20 अगस्त को साक्षी का पहला मुकाबला होगा।
उन्होंने बताया कि बेटी की जीत की दुआ मांगने हाल ही में ऋषिकेश स्थित नीलकंठ गई थीं। बेटी के जीतने पर दोबारा से नीलकंठ में जाएंगी। फिलहाल साक्षी कैंप में है और इस कारण से उसकी घर वालों से भी कम बात हो रहीं है। वहीं रोहतक के छोटूराम स्टेडियम में प्रशिक्षण लेने वाली रिटौली निवासी ¨पकी की मां रोशनी कहती हैं कि बेटी की मेहनत सफल होगी और बेटी जरूर मेडल लाएगी।
ट्रेनिंग कैंप से खिलाड़ी 31 को लौटेंगे वापस एशियन गेम्स के लिए चयनित पहलवान फिलहाल तुर्की में ट्रेनिंग ले रहे हैं। छह से सात घंटे तक ट्रेनिंग चल रही है। कुश्ती के महारथी अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षकों की निगरानी में प्रशिक्षण चल रहा है। भारतीय कुश्ती संघ के सीनियर कोच कुलदीप मलिक कहते हैं कि ट्रेनिंग से खिलाड़ी 31 जुलाई को लौटेंगे। इसके बाद 3 से 4 अगस्त को एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए रवाना होंगे।
सुशील लौटे, सात घंटे रोजाना कर रहे अभ्यास
पहलवान सुशील के कोच महाबली सतपाल ने फोन पर बताया कि जार्जिया से प्रशिक्षण लेकर दो दिन पहले सुशील दिल्ली वापस आ गए हैं। एशियन गेम्स के लिए रवाना होने से पहले एक अन्य देश में प्रशिक्षण लेने भी जा सकते हैं। सुशील अभी छह से सात घंटे अभ्यास कर हैं। फिटनेस के लिए पहले फुटबाल खेलते थे, लेकिन अब चोट लगने वाले ज्यादातर खेलों से दूरी बनाई है।